
डीएसओ कार्यालय में तैनात लिपिक नवीन चौधरी के आगे जिला प्रशासन ने टेके घुटने
– डीएसओ कार्यालय में लगातार एक ही पटल पर 17 वर्षों तक तैनात रहकर बाबू ने जिले में बनाया अहम रिकॉर्ड
– डीएसओ ने शासनादेश के खिलाफ तैनात लिपिक / बाबू नवीन चौधरी के भ्रष्टाचार की खोली पोल
– 17 वर्षों से एक ही कार्यालय में तैनात लिपिक नवीन कुमार चौधरी के खिलाफ मांगी गई थी जनसूचना
– लिपिक नवीन चौधरी की तैनाती सम्बंधी जनसूचना मिलने के आधार उच्च अधिकारियों से होगी शिकायत – शिकायत कर्ता
– लिपिक नवीन कुमार चौधरी भाजपा के डबल इंजन सरकार के भ्रष्टाचार की खोल रहे पोल
– जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में कमाऊ पूत के रूप में माने जाते हैं लिपिक नवीन चौधरी
बस्ती – जिला पूर्ति अधिकारी ने शासनादेश के खिलाफ तैनात लिपिक / बाबू नवीन चौधरी के तैनाती के सम्बंध में जन सूचना देकर खुलासा किया है कि डीएसओ कार्यालय में तैनात वरिष्ट बाबू नवीन चौधरी लगातार एक ही पटल पर लगभग 17 साल पूर्ण कर रहे हैं । डीएसओ ने लिपिक नवीन चौधरी के स्थानांतरण के संबंध में यह उल्लेख किया है कि नवीन चौधरी का हस्तांतरण स्वयं डीएसओ , जिलाधिकारी व खाद्य विभाग द्वारा किया जा सकता है लेकिन किसी भी अधिकारी द्वारा बाबू नवीन चौधरी का स्थानांतरण न करना भाजपा के डबल इंजन सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है ।
जिला पूर्ति अधिकारी बस्ती कार्यालय में तैनात लिपिक / बाबू नवीन चौधरी के तैनाती समेत अन्य बिन्दुओं की जनसूचना की मांग की गई थी । शिकायत कर्ता ने बताया कि बाबू नवीन चौधरी के तैनाती की जनसूचना मिल गई है शासनादेश के खिलाफ तैनाती को लेकर जल्दी ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे । ताकि जिला पूर्ति कार्यालय में बढ़े भ्रष्टाचार में कमी आयेगी ।
सूत्रों की माने तो जिला पूर्ति अधिकारी बस्ती कार्यालय में लिपिक नवीन कुमार चौधरी लगभग 17 वर्षों से तैनात है । बाबू / लिपिक नवीन कुमार चौधरी की तैनाती 04 -12-2007 से जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में हुई थी। वर्ष 2007 से लेकर आज जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय लगातार अधिकारियों से दुरभिसंधि करके जमे हैं ।
आपको बता दें कि जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में कार्यरत बाबू नवीन कुमार चौधरी के मनमानी कार्यों से अधिकतर कोटेदार / राशन कार्ड धारक परेशान है । अन्य पीड़ित सैकड़ों राशन कार्ड धारक जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय का चक्कर लगाते – लगाते थक जाते है लेकिन राशन कार्ड निरस्त / नया कार्ड बनाने के नाम पर जिला पूर्ति अधिकारी / कार्यालय में कार्यरत किसी बाबू द्वारा नही बताया जाता है । बाबू / लिपिक नवीन कुमार चौधरी नियुक्ति से लेकर अद्यतन तक जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में तैनाती होने के कारण मनमानी कार्य करते है । जिसका राशन कार्ड मन करता है उसका राशन कार्ड बिना पूर्व सूचना के निरस्त कर देते है एवं राशन कार्ड में अंकित यूनिट को निरस्त करते में भी सफल है । यदि कोई राशन कार्ड धारक जब निरस्त राशन कार्ड को बनवाने / राशन कार्ड में यूनिट बढ़वाने के लिए जाता है तब बाबू जिला पूर्ति अधिकारी के नाम पर मोटी रकम राशन कार्ड धारकों से ऐंठता है । जिला पूर्ति कार्यालय में बढ़ा भ्रष्टाचार का मुख्य कारण बाबू / लिपिक नवीन कुमार चौधरी की लगातार 17 वर्षों से एक ही कार्यालय में तैनाती है ।
सूत्रों की माने तो बाबू / लिपिक नवीन कुमार चौधरी की राजनीतिक पकड़ होने के कारण अधिकारियों पर दबाव बना कर 17 वर्षों से जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में मलाई काट रहा है । कोटेदारों से प्रतिमाह प्रति कुन्टल की दर से कमीशन वसूलने का भी कार्य बाबू नवीन कुमार चौधरी करता है । बाबू नवीन कुमार चौधरी स्थानांतरण नीति को ठेंगा दिखा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी अपना मनचाहा कमीशन लेकर अपनी जेब गर्म कर रहे हैं स्थानांतरण नीति का पालन हो या न तो मात्र जिम्मेदार अधिकारियों को मनचाहा कमीशन प्रतिमाह मिलता रहे । बाबू नवीन चौधरी डीएसओ कार्यालय मे कमाऊ पूत के रूप में माने जाते हैं इसीलिए डीएसओ कार्यालय समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारी कमाऊ पूत को हटाना नही चाहता है ।