
✍️अजीत मिश्रा(खोजी) ✍️
भारतीय सेना की चल रही प्रेस कांफ्रेंस में सेना प्रवक्ता ने एक सटीक बात कही है- पाकिस्तान की तरफ़ से तुर्की ड्रोन छोड़े गए है, लगभग चार सौ। और एक भी ड्रोन कामयाब नहीं हुआ है। मतलब तुर्की की तकनीक उन्नत नहीं है।
दूसरी तरफ़ पाकिस्तानी पक्ष बाकायदा बता रहा है कि भारत ने ७७ ड्रोन छोड़े जिनमे अधिकांश इसराइल का मार्का है- मेड इन इजराइल। पाक अफ़सरान कहते है कि पच्चीस ड्रोन ऐसे है जो इसराइल में बने है। मतलब ७७ बनाम ४०० ड्रोन, इसराइल प्लस भारत बनाम तुर्की।
इतना ही नहीं- अमेरिका के डिफेंस पॉडकास्ट को सुनते वक्त ये भी मालूम हुआ- कि इंटरनेशनल लेवल पे एक्सपर्ट लोग इस बात पे टकटकी लगाये बैठे है कि चीन निर्मित असलाह बारूद की मदद से क्या पाकिस्तान बाज़ी मारेगा या फिर रूस, इसराइल , फ्रांस आदि निर्मित असलाह बारूद की मदद से भारत अग्रिम रहेगा। मामला अब पाकिस्तान बनाम भारत नहीं है। अब मुआमला ये भी है कि किस मुलुक की टेक्निक बेहतर है। सब असलाह बारूदों की लाइव टेस्टिंग चल रही है।
और चलते चलते- पाकिस्तानी फॉरेन मिनिस्ट्री ने ताज़ा बयान दिया है कि भारत की जिंगोइज़्म और युद्धउमाद के चलते हालत यहाँ तक आ पहुँची है। आगे ये भी बयान दिया है- ए दुनिया वालों देख लो, हम पे क्या क्या ज़ुल्म हो रहा है!
-Mann jee