मध्यप्रदेश
आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी में संचालित प्राइवेट स्कूलों पर कार्यवाही का क्रम जारी है। रविवार को कलेक्टर विकास मिश्रा द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए चार प्राइवेट स्कूलों पर जहां दो-दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, वहीं तीस दिन के अंदर वसूली गई अधिक फीस भी वापस कराने के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी को जारी किए हैं।बताया गया कि जिले भर के अन्य प्राइवेट स्कूलों पर कार्यवाही का क्रम जारी रहेगा। गौरतलब है कि अब तक सात स्कूलों पर पहले ही दो-दो लाख रुपये का जुर्माना लगाने की कार्यवाही की जा चुकी है। रविवार को कलेक्टर ने जिला मुख्यालय में संचालित किंडर गार्डन पब्लिक स्कूल, जेडीईएस दुल्लोपुर, राजूषा हायर सेकेंडरी स्कूल डिंडौरी और मां नर्मदा ज्ञान ज्योति माध्यमिक स्कूल प्राचीन डिंडौरी पर कार्यवाही की है।स्कूलों की जांच में बड़ी मनमानी सामने आने का उल्लेख किया गया है
एसडीएम डिंडौरी द्वारा नौ स्कूलों को पिछले माह नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया था। जवाब संतोषजनक न आने पर इसका प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा गया था। लगातार प्राइवेट स्कूलों पर हो रही कार्यवाही से निजी स्कूल संचालकों पर हड़कंप की स्थिति है।गौरतलब है कि जिले भर में लगभग दो सौ से अधिक छोटे बड़े प्राइवेट स्कूल हैं। उनकी जांच जनपद स्तर पर गठित टीम द्वारा पहले ही की जा चुकी है। अब लगातार प्रतिवेदन के आधार पर कार्यवाही की जा रही है।
किराए के भवन में संचालित हो रहा था स्कूल
किंडर गार्डन पब्लिक स्कूल पर जो कार्यवाही की गई है उसमें उल्लेख किया गया कि यह स्कूल किराए के भवन में संचालित हो रहा था। इसके किराए एग्रीमेंट की कापी भी नहीं मिली। बताया गया कि रोकड बही का संधारण नियमानुसार नहीं पाया गया।
जांच दल को स्कूल स्चालक द्वारा फीस संग्रहण पंजी, मासिक शुल्क पंजी, कैशबुक, बिल व्हाउचर उपलब्ध नहीं कराया गया। स्कूल द्वारा फीस वृद्धि की जानकारी प्रारूप तीन में जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत नहीं की गई। इसके साथ संस्था में कार्यरत शिक्षकों की सूची भी जांच दल को प्रस्तुत न करने पर यह कार्यवाही संबंधित स्कूल पर की गई है।जनपद मुख्यालय के स्कूलों पर नहीं हुई कार्यवाही
डिंडौरी अनुविभाग क्षेत्र के अब तक आठ स्कूलों पर कार्यवाही हो चुकी है, जबकि शहपुरा अनुविभाग के मात्र तीन स्कूलों पर ही कार्यवाही हुई है। जनपद मुख्यालय अमरपुर, समनापुर, मेहंदवानी, करंजिया, बजाग सहित गाडासरई व अन्य कस्बा में मनमानी पूर्वक संचालित स्कूलों पर अभी कार्यवाही नहीं हो पाई है।
एसडीएम डिंडौरी रामबाबू देवांगन ने बताया कि मनमानी पूर्वक संचालित स्कूलों का प्रतिवेदन तैयार कर लगातार कलेक्टर सर के पास भेजा जा रहा है। यह कार्यवाही का दौर जारी रहेगा। बताया गया कि गत दिनों तक सात स्कूलों पर दो दो लाख रुपये जुर्माना की कार्यवाही हुई थी, जिनमें मात्र चार स्कूल संचालकों ने ही जुर्माना की राशि जमा की है। तीन स्कूल संचालक अभी भी मनमानी कर रहे हैं। इन पर मामला दर्ज कराने के लिए कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं।
मनमानी पूर्वक संचालित प्राइवेट स्कूलों पर कार्यवाही का क्रम जारी रहेगा। सात स्कूलों पर पहले ही दो-दो लाख रुपये के जुर्माना की कार्यवाही हो चुकी है। चार और स्कूलों पर कार्यवाही हुई है। जुर्माना की राशि अदा न करने वाले स्कूलों पर एफआइआर कराने के साथ मान्यता रद्द करने की कार्यवाही होगी। जिला शिक्षा अधिकारी तीस दिन के अंदर वसूली गई अधिक फीस की गणना कर अभिभावकों को राशि वापस कराकर प्रतिवेदन देंगे। जैसे जैसे स्कूलों का प्रतिवेदन आता जाएगा कार्यवाही जारी रहेगी। -विकास मिश्रा, कलेक्टर, डिंडौरी।