
रामपुरा,जालौन । यमुना नदी में अपनी दो पुत्री को पानी में फेंक कर स्वयं छलांग लगाने वाले युवक की तलाश में पुलिस द्वारा लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घटना की 33 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई सफलता प्राप्त नहीं हुई है।
रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम मढ़ेपुरा निवासी रज्जन निषाद ने सोमवार को सुबह 9 बजे पारिवारिक विवाद के चलते अपनी दो मासूम बेटियों को यमुना नदी में फेंक दिया और खुद भी छलांग लगा दी। घटना को 33 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अब तक तीनों का कोई पता नहीं चल पाया है।जानकारी के अनुसार, रज्जन की पत्नी मायके चली गई थी, जिससे वह नाराज था। सोमवार को वह अपनी तीन बेटियों के साथ यमुना नदी पर बने जुहीखा पुल पर पहुंचा। यहां उसने पहले दो वर्षीय छोटी बाबू और चार वर्षीय अला को नदी में धक्का दे दिया। इसके बाद वह छह वर्षीय सुनयना को भी फेंकने लगा, लेकिन सुनयना ने किसी तरह हाथ छुड़ाकर भागकर अपनी जान बचा ली। इसके बाद रज्जन ने भी नदी में छलांग लगा दी।
पुलिस ने नदी में लगभग तीन किलोमीटर के दायरे में बड़े जाल भी डलवाए, लेकिन तेज धारा के कारण सफलता नहीं मिली। इस बीच ग्रामीणों द्वारा यह आशंका भी व्यक्त की जा रही है कि रज्जन का शव किसी पथरीली चट्टान की खोह में फंस गया होगा क्योंकि मगरमच्छ घड़ियाल किसी लाश को नहीं खाता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि नदी में मछलियों और कछुओं ने रज्जन व बच्चियों को अपना निवाला बना लिया होगा।
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर बारीकी से निरीक्षण करते हुए उपस्थित लोगों से बातचीत कर नदी में छलांग लगाने वाले युवक रज्जन एवं दोनों बच्चियों की खोज में चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग करने को कहा एवं थाना प्रभारी रामपुरा रजत कुमार सिंह व रेस्क्यू टीम से खोज में आ रही परेशानियों के बारे में विभिन्न प्रकार की जानकारी लेकर उनका उत्साहवर्धन करते हुए निर्देशित किया कि पानी में कूंदे रज्जन व दोनों मासूम बच्चियों की तलाश के धैर्यपूर्वक संपूर्ण उपाय किए जाएं। सीओ अंबुज सिंह ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है और गोताखोर पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन नदी की तेज धारा बड़ी चुनौती बनी हुई है। फिर भी गोताखोर पुलिस व रामपुरा थाना पुलिस लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर पानी में डूबे युवक रज्जन व बच्चियों की तलाश कर रही है।