
रतलाम ग्रामीण बारिश ने बिगाड़ी तुलसी की खेती का गणित किसान को 60 हजार रु बीघा का हुआ नुकसान इस साल वाटर लेवल अच्छा होने से किसानों ने मटर गेंहू और लहसुन की फ़सले बोई थी।
वही जनवरी फरवरी में इन फसलों की कटाई के बाद इस साल किसानो ने तुलसी की फसल बोई थी लेकिन बुधवार को हुई बारिश ने सारी फसल को खराब कर दिया है।
किसानों के अनुसार तुलसी की फसल 2 क्विंटल बीघा तक हो जाती है और अभी बाजार में 30 हजार रुपए के भाव बिक रही है।
जिससे किसानों को 60 हजार रुपए बीघा का नुकसान हो गया है।
इस फसल के लिए किसानों ने पूरी मेहनत की थी इसके लिए महंगे दाम के खाद और दवाई का खर्च भी किया था साथ ही फसल को पकाने के लिए चार से पांच बार सिंचाई भी की गर्मी का सीजन होने की वजह से पानी की दिक्कत भी आई लेकिन किसानों ने इधर-उधर से पानी की व्यवस्था करके इस फसल की पैदावार बढ़ाने के प्रयास किए गए लेकिन
इस बे मौसम बरसात ने किसानों की उम्मीद पर पानी फेर दिया जैसे ही पानी की बूंदे पकी हुई फसल पर गिरती है वैसे ही तुलसी के बीज फूल कर साबूदाना जैसे होने लग गए है।
अब ये फसल खराब होने के बाद किसान पूरी तरह मायूस है। वही दूसरी तरफ तिल की फसल को भी नुकसान हो रहा है।
तिल की फसल भी 15 से 17 हजार रुपए क्विंटल बिकती है लेकिन बारिश से इस फसल के उत्पादन में भी नुकसान होगा।