
सुमिता शर्मा:
काम करने वाले हर व्यक्ति को उसके काम के बदले में वेतन मिलना मजदूर वर्ग का अधिकार है। काम के बदले मिलने वाला पैसा हमारी कई ज़रूरतों को पूरा करता है। लेकिन अगर कोई शराब का आदी हो जाए तो क्या होगा? और अगर किसी की इस लत की वजह से नौकरी चली जाए तो क्या होगा? अगर उसे वो वेतन नहीं मिला जिसका वो हकदार है तो ऐसी स्थिति में उसे क्या कदम उठाना चाहिए? ये सारे सवाल इस समय नागपुरवासियों के दिमाग में कौंध रहे हैं। क्योंकि एक मजदूर ने वेतन न मिलने की वजह से मालिक को लाखों का नुकसान पहुंचाया है।
नागपुर में एक चौंकाने वाली घटना हुई। एक युवक ने महज 6,000 रुपये के लिए एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के दो ट्रकों में आग लगा दी। यह घटना सोमवार (23 जून) को दिनदहाड़े ग्रेट नाग रोड इलाके में हुई। पुलिस ने आरोपी आकाश टेकाम को गिरफ्तार कर लिया है। वह पहले एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में कुली का काम करता था। पैसों के विवाद में उसने यह वारदात की।
आकाश टेकाम इमामवाड़ा पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था। सिद्दप्पा इरिया सोटलोर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उनके अनुसार आकाश उनके ऑफिस में कुली का काम करता था। वह शराब का आदी था और उसके बुरे व्यवहार के कारण उसे नौकरी से निकाल दिया गया था।
आकाश को अपनी तनख्वाह 6000 रुपये चाहिए थी। सोमवार की सुबह वह नशे में धुत होकर ऑफिस आया। उसने मालिक से पैसे के लिए बहस की। उसे ऑफिस से बाहर निकाल दिया गया। लेकिन वह वापस आ गया। वह बोतल में पेट्रोल लेकर आया था। उसने दोनों ट्रकों पर पेट्रोल डाला और उन्हें आग लगा दी। ये ट्रक सिद्दप्पा के ऑफिस के सामने खड़े थे।
आग लगते ही लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया। फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई। लेकिन तब तक दोनों ट्रक जलकर राख हो चुके थे। पुलिस ने घटनास्थल पर पंचनामा बनाया। पुलिस ने इस मामले में आकाश टेकाम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि आकाश के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। नागपुर के लोग इस बात से हैरान हैं कि उसने महज 6,000 रुपये के लिए यह काम किया। इमामवाड़ा थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है।