
🚨 फतेहपुर में विवादित स्थल पर बड़ा बवाल — बैरिकेड्स तोड़कर घुसी हजारों की भीड़, मंदिर-मकबरे के दावे पर बवाल, पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर
फतेहपुर (उत्तर प्रदेश),
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले में शनिवार को धार्मिक विवाद ने अचानक गंभीर रूप ले लिया, जब हजारों की संख्या में हिंदू संगठनों से जुड़े लोग, जिनमें भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल थे, विवादित स्थल पर पूजा-अर्चना के लिए पहुंच गए। भीड़ इतनी बड़ी और संगठित थी कि प्रशासन की ओर से लगाए गए सुरक्षा घेरों को पार करते हुए उसने सीधे विवादित परिसर में प्रवेश कर लिया।
सुबह से बढ़ने लगा तनाव
सुबह से ही शहर के अलग-अलग इलाकों से भगवा झंडे और बैनर लिए लोगों का जत्था विवादित स्थल की ओर कूच करने लगा। पुलिस ने पहले चरण में बैरिकेडिंग लगाकर रास्ता रोकने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने नारेबाज़ी करते हुए बैरिकेड तोड़ डाली। इसके बाद दूसरी बैरिकेडिंग तक पहुंची भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त बल लगाया, मगर लोग धक्का-मुक्की कर आगे बढ़ गए।
ढांचे को नुकसान, भगवा झंडा लगाया
चश्मदीदों के मुताबिक, भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने परिसर में मौजूद कब्रनुमा ढांचे को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त किया और वहां भगवा झंडा लहराते हुए इसे मंदिर घोषित कर दिया। यह घटना होते ही माहौल और गरमा गया।
हिंदू पक्ष का दावा — यह प्राचीन शिव मंदिर है, जिसे अतीत में तोड़ा गया था और अब इसकी पुनर्स्थापना की जा रही है।
मुस्लिम पक्ष का दावा — यह एक पुराना मकबरा है, जिस पर सदियों से उनका धार्मिक अधिकार है और यह पुरातत्व संरक्षण के दायरे में आता है।
नेताओं के बयान से चढ़ा पारा
घटना के बाद भाजपा के कुछ स्थानीय नेताओं ने सार्वजनिक मंच से इसे मंदिर करार देते हुए पूजा-अर्चना का आह्वान किया। वहीं, मुस्लिम समुदाय ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि यह धार्मिक स्थल की बेअदबी है और संविधान व पुरातत्व कानून का खुला उल्लंघन हुआ है।
प्रशासन ने सील किया स्थल, धारा 144 लागू
घटना के तुरंत बाद पुलिस-प्रशासन ने विवादित स्थल को सील कर दिया और पूरे इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी। फतेहपुर शहर और आसपास के क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। साथ ही अतिरिक्त PAC और RAF की कंपनियां बुलाई गई हैं। शहर के सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और बाहरी लोगों के प्रवेश पर कड़ी पाबंदी लगा दी गई है।
तनाव कम करने की कोशिशें जारी
जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारी लगातार दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर स्थिति सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि मौके पर अभी भी तनाव का माहौल है और अफवाह फैलाने वालों पर नज़र रखी जा रही है।
विशेष रिपोर्ट: एलिक सिंह
🖋 संपादक – समृद्ध भारत समाचार / वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
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