प्रयागराज/ सिक्ख सेवा संगम उत्तर प्रदेश के पदाधिकारी ने प्रयागराज मे कहा कि इतिहास बोलता है कि सिख धर्म का इतिहास कुर्बानियों से व सेवा भाव से भरा हुआ है देश की रक्षा और सुरक्षा की बात हो,सेवा करने की कार्य हो या समाज में भाईचारा स्थापित करने की बात हो तो सिख धर्म सबसे अगली पंक्ति में खड़ा रहा है और खड़ा रहेगा जब तक सांस है।
भारत का प्रत्येक सिक्ख देश के प्रति मर मिटने वाला है 2% से कम सिखों ने सदैव 15वीं शताब्दी से आज तक देश के 98 प्रतिशत से अधिक बलिदान दिया है।सिखों को फिल्म इमरजेंसी मे अपमानित किया जा रहा है जो कतई भी सहन नहीं किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी द्वारा उनकी सरकार द्वारा सिखों के इतिहास को उत्तर प्रदेश एवं केंद्र द्वारा बहुत ही सराहनीय ढंग से उजागर किया गया है जिसको वीर बाल दिवस एवं श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत का फरमान जहां पर औरंगजेब ने लाल किले से जारी किया था वहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिब श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का प्रकाश पर्व मना कर सिखों के बलिदानी इतिहास को दुनिया के आगे उजागर किया है। फिल्म इमरजेंसी इन सभी किए गए कार्यों पर पानी फेरने का काम कर रही है हमारी अपील है मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश आदित्यनाथ योगी से मांग है तुरंत रोक लगाने की महती कृपा करें। सिख समाज इस फिल्म में सिखों के किरदार को जिस तरह अलगाववादी दिखाया गया है उससे बहुत रोष में है एवं दुखित है इस फिल्म में जो दृश्य सिखों की छवि को धूमिल कर रहे हैं हमारी मांगे है कि भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार इमरजेंसी फिल्म पर रोक लगाये ऐसा करने से जो हमारा समाज के साथ भाईचारा बना है वह कायम रहेगा और पुराने जख्म दोबारा से उभरने का काम नहीं हो सकेगा।
सिक्स सेवा संगम अपनी बात को बहुत ही शांति प्रिय तरीके के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री व फिल्म सेंसर बोर्ड तक अपनी बात को पहुंचाना चाहता है। सूत्रों के हवाले से सोशल मीडिया के विभिन्न चैनल से जो बात सामने आ रही है फिल्म इमरजेंसी में कुछ सीन ऐसे हैं जिसकी वजह से सिख समाज की भावना को ठेस पहुंच रही है। इस अवसर पर
सतेंद्र सिंह पूरी,सरदार पतविंदर सिंह: कुलदीप सिंह बग्गा,परमजीत सिंह बग्गा,मनु चावला,जसविंदर सिंह जग्गी,कमल सिंह,लखविंदर सिंह,जसवीर सिंह, हरिंदर सिंह लाली, मनजीत सिंह खालसा,बलजीत सिंह कोहली सहित बड़ी संख्या में सिख समुदाय उपस्थित रहा।
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