
अयोध्या
दूर दराज से प्रभु श्रीरामलला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं और बढ़ाई जाएगी दर्शन करने के बाद मंदिर से सुग्रीव किला तक एग्जिट मार्ग को अस्थाई के बाद स्थाई तौर पर किया जाएगा। उक्त निर्णय विकसित, बैठक में एग्जिट मार्ग पर कैनोपी लगाने का लिया गया।
यही नहीं जोते की राय भी मंदिर के निकट ही बनाई जायेगी।जिससे श्रद्धालुओं को बहुत कम दूरी नंगे पैर तय करना पड़ेगा।
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा का बयान, अस्थाई एग्जिट मार्ग को अब स्थाई एग्जिट मार्ग बनाया जाएगा। बैठक में एग्जिट मार्ग पर कैनोपी लगाने का निर्णय, बैठक में कैनोपी के डिजाइन पर अंतिम निर्णय लिया गया है।
राम लला का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग डेढ़ किलोमीटर नंगे पैर चलना पड़ता था। यह दूरी कम की जाएगी, राम मंदिर के निकट ही बनाया जाएगा जूते की रैक, रैक में श्रद्धालु रख सकेंगे अपने जूते चप्पल, इसके डिजाइन को भी दिया गया अंतिम रूप, अगले 6 माह में कार्य पूर्ण होगा ।