
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. अब सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या करने से पहले हमलावरों ने बाइक पर सवार होकर उनके घर की रेकी की थी. इतना ही नहीं, पुलिस को घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक बैग भी मिला है, जिसमें एक आरोपी का आधार कार्ड मिला है.
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी की घर की रेकी के लिए शूटर बाइक का इस्तेमाल कर रहे थे. कुछ दिन पहले वो बाइक से गिर गए थे, इसलिए वारदात वाले दिन वो ऑटो रिक्शा से वहां पहुंचे थे. इस बाइक के लिए आरोपी प्रवीण लोनकर ने हरीश बालकराम निषाद को 60 हजार रुपये दिए थे. पुणे से पुरानी बाइक खरीदने के लिए 32 हजार रुपये का भुगतान किया गया था. जांच में ये भी सामने आया है कि शूटरों ने घटनास्थल पर 45 मिनट तक बाबा सिद्दीकी का इंतजार किया था.
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यूपी के रहने वाले धर्मराज कश्यप और हरीश कुमार निषाद, हरियाणा के रहने वाले गुरमेल सिंह और पुणे के प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने का आरोप गुरमेल और धर्मराज पर है. 12 अक्टूबर को बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई थी. लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है.
इस मामले के तीन आरोपी- मोहम्मद जसीन अख्तर, शुभम लोनकर और शिवकुमार गौतम अब भी फरार हैं. इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड जसीन अख्तर को माना जा रहा है. फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए मुंबई पुलिस ने कई टीमें बनाई हैं. ये टीमें यूपी, पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में छानबीन कर रही हैं.
तुर्की मेड पिस्टल से मारी गोली
जहां बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई थी, उससे लगभग 250 मीटर की दूरी पर एक बैग मिला है. इस बैग में तुर्की मेड 7.62 मिमी ऑटोमैटिक पिस्टल भी थी. माना जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी को इसी पिस्टल से गोली मारी गई होगी.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मई 2022 में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए भी तुर्की मेड पिस्टल का इस्तेमाल किया था. पुलिस ने खुलासा किया है कि बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने सलमान खान के फार्महाउस पर जिस पिस्टल से गोली चलाई थी, वो भी तुर्की की ही थी.
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर जो बैग मिला है, उसमें शिवकुमार गौतम का आधार कार्ड, बाइक खरीदने की पर्ची और एक शर्ट है. पता चला है कि वारदात को अंजाम देने के बाद दो आरोपी- धर्मराज और गुरमेल ने अपनी शर्ट बदल ली थी. इसलिए ऐसा संदेह है कि शिवकुमार ने भी अपनी शर्ट बदली और फिर बैग फेंककर वहां से भाग गया.
यूट्यूब देखकर सीखा गोली चलाना
हरीश कुमार निषाद और धर्मराज कश्यप भी उसी गांव के थे, जहां का शिवकुमार गौतम रहने वाला है. क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि शिवकुमार गौतम ने यूपी में शादियों में जश्न के दौरान की जाने वाली फायरिंग में गोली चलाना सीखा था. गौतम को ही ‘मेन शूटर’ के रूप में हायर किया गया था, क्योंकि वो बंदूक चलाना जानता था.
पुलिस ने बताया कि गौतम ने ही कश्यप और गुरमेल सिंह को कुर्ला में एक किराये के घर में बंदूक चलाने की ट्रेनिंग दी थी. हमलावरों ने करीब चार हफ्ते तक यूट्यूब वीडियो देखकर गन को लोड और अनलोड करना सीखा था.
मंगलवार को ही क्राइम ब्रांच की टीम कुर्ला के उस घर में गई थी, जहां आरोपी किराये से रह रहे थे. पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी करने में इस्तेमाल की गई बाइक और दो हेलमेट जब्त कर लिए हैं.
ये भी सामने आया है कि गुरमेल सिंह को फर्जी पासपोर्ट पर देश से भागने में मदद करने का वादा किया गया था, क्योंकि भारत में उस पर हत्या का मामला चल रहा था.
शुभम से दो बार हो चुकी थी पूछताछ
हत्याकांड में शामिल आरोपी शुभम लोनकर से इस साल दो बार पुलिस पूछताछ भी कर चुकी थी. शुभम लोनकर और प्रवीण लोनकर भाई हैं, जो पुणे में डेयरी चलाते थे.
एक पुलिस अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि शुभम को इस साल जनवरी में आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार किया गया था. तब उसने पूछताछ में बताया था कि लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के साथ संपर्क में है.
इसके बाद सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग के मामले में भी शुभम से पूछताछ की गई थी. तब उसने बताया था कि इस घटना से कथित रूप से बिश्नोई गैंग जुड़ा है. पुलिस ने बताया कि जमानत पर रिहा होने के बाद पुलिस रडार पर होने के बावजूद 24 सितंबर को शुभम गायब हो गया था. उन्होंने बताया कि पुलिस रडार से बचने के लिए शुभम और बाकी आरोपी इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसी सोशल मीडिया ऐप्स का इस्तेमाल करते थे