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बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में तेल की खोज की तैयारी के बीच अचानक हड़कंप मच गया. ओएनजीसी द्वारा महसी क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में जमीन के नीचे तेल का भंडार खोजने के लिए ड्रिलिंग और विस्फोट की योजना बनाई गई थी. लेकिन जैसे ही विस्फोट के बारे में ग्रामीणों को पता चला, तो उन्होंने जमकर विरोध किया और काम कर रहे कर्मियों को बंधक बना लिया.।
ग्रामीणों ने किया विरोध
लगातार तीन दिन से सिकंदरपुर गांव के करीब 60 जगहों पर ड्रिलिंग का काम चल रहा था. विस्फोट करने के लिए खास प्रकार की विस्फोटक लाइन भी बिछाई गई थी. रविवार दोपहर को विस्फोट किया जाना था, लेकिन जब इस बात की जानकारी गांव वालों को मिली, तो वे भड़क उठे. ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें विस्फोट की कोई जानकारी या सुरक्षा इंतजाम नहीं दिखे. इस कारण उन्होंने काम करने वालों को रोक लिया.।
लगातार तीन दिन से सिकंदरपुर गांव के करीब 60 जगहों पर ड्रिलिंग का काम चल रहा था. विस्फोट करने के लिए खास प्रकार की विस्फोटक लाइन भी बिछाई गई थी. रविवार दोपहर को विस्फोट किया जाना था, लेकिन जब इस बात की जानकारी गांव वालों को मिली, तो वे भड़क उठे. ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें विस्फोट की कोई जानकारी या सुरक्षा इंतजाम नहीं दिखे. इस कारण उन्होंने काम करने वालों को रोक लिया.।
मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक
स्थानीय भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह को जैसे ही घटना की खबर मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को शांत कराया और प्रशासन को सूचित किया. विधायक ने बताया कि ओएनजीसी वाले खुद को कंपनी के कर्मी बता रहे हैं, लेकिन उनके पास न तो कोई सुरक्षा बोर्ड था और न ही विस्फोट की पूरी जानकारी दी गई. इससे दुर्घटना का खतरा बना हुआ था.।
स्थानीय भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह को जैसे ही घटना की खबर मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को शांत कराया और प्रशासन को सूचित किया. विधायक ने बताया कि ओएनजीसी वाले खुद को कंपनी के कर्मी बता रहे हैं, लेकिन उनके पास न तो कोई सुरक्षा बोर्ड था और न ही विस्फोट की पूरी जानकारी दी गई. इससे दुर्घटना का खतरा बना हुआ था.।
उत्तर प्रदेश बहराइच से प्रखर तिवारी की रिपोर्ट