
सबको एक सामान स्वास्थ्य, शिक्षा, न्याय का अधिकार मिले इसके बिना संविधान दिवस अधूरा है – भाई दिनेश
आरा। राजद नेता पूर्व विधायक जगदीशपुर भाई दिनेश ने संविधान दिवस पर देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश के लिए दुर्भाग्य की बात है कि संविधान दिवस के 74 वर्षों के बाद भी संविधान के मूल प्रस्तावना आज तक लागू नहीं हो पाया। संविधान के मूल प्रस्तावना में है कि देश में रहने वाले सभी नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य का सामान अधिकार होगा लेकिन आज तक सभी के लिए एक सामान शिक्षा और एक सामान स्वास्थ्य का अधिकार, न्याय का अधिकार का नीति नहीं बन पाया।उन्होंने कहा कि सबको एक सामान स्वास्थ्य, शिक्षा, न्याय का अधिकार मिले इसके बिना संविधान दिवस अधूरा है।भारतीय संविधान ने एक नये भारत के निर्माण की आधारशिला रखी है। आज हमारा देश एक विकसित, सशक्त और स्वाभिमानी भारत के निर्माण के मज़बूत संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। ‘संविधान दिवस’ के इस पवित्र अवसर पर मैं बाबा साहेब अंबेडकर समेत उन सभी महान विभूतियों को नमन करता हूँ जिन्होंने भारतीय संविधान की रचना में अपना योगदान दिया है।
राष्ट्रीय संविधान दिवस संविधान में लिखे मूल्यों, जैसे न्याय, समानता और भाईचारे की याद दिलाता है। यह नागरिकों में उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।संविधान ही हमें यह बताता है कि समूची व्यवस्था (सिस्टम) कैसे काम करेगी। इसके अंतर्गत चुनाव प्रणाली, सरकार का गठन व उसका निलंबन भी, शक्तियों का बंटवारा, अधिकारों की रक्षा इत्यादि जैसे गंभीर एवं जटिल मुद्दे आते हैं । संविधान का महत्त्व इसलिए भी है कि यह सरकारों को भी दिशा दिखाने का कार्य करता है।