
बांदा में ADM राजेश कुमार वर्मा पर भ्रष्टाचार और अभद्रता के गंभीर आरोप, निष्पक्ष जांच की मांग
बांदा, 2 मार्च 2025 – जनपद बांदा में अपर जिला अधिकारी (ADM) राजेश कुमार वर्मा के खिलाफ बांदा अशोक लॉट में शालिनी सिंह पटेल ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है आज अनशन का पहला दिन है अपर जिलाधिकारी बांदा राजेश कुमार वर्मा अवैध खनन, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, आम जनता और महिलाओं से अभद्रता करने, तथा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापनों को शासन तक न भेजने के गंभीर आरोप लगे हैं। इस संबंध में जेडीयू की महिला नेत्री शालिनी सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री को इंटरनेट के माध्यम से निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
ADM पर अवैध खनन और भ्रष्टाचार में संलिप्तता के ADM आरोप
ADM राजेश कुमार वर्मा पर लंबे समय से बांदा जिले में पदस्थ रहने और अवैध खनन को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप हैं। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों का आरोप है कि उनके खनन माफियाओं से सीधे संबंध हैं और वे इस पूरे अवैध कारोबार को संरक्षण प्रदान करते हैं।
मांग उठाई जा रही है कि उनकी कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैट की जांच कराई जाए, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि उनका खनन माफियाओं से क्या संबंध है और किस स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है।
इसके अलावा, यह भी आरोप है कि वे अपने पद का दुरुपयोग कर सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी कर रहे हैं और स्थानीय प्रशासनिक कार्यों में धांधली कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
पत्रकारों पर हमले और खबरों को दबाने के आरोप
राजेश कुमार वर्मा के कार्यकाल में पत्रकारों पर हमले बढ़े हैं और भ्रष्टाचार से जुड़ी खबरों को दबाने की कोशिशें की गई हैं। कई मामलों में प्रशासन की निष्क्रियता देखने को मिली, जिससे पत्रकारों में भी आक्रोश है।
सवाल यह उठता है कि ADM राजेश कुमार वर्मा को इतने वर्षों से बांदा में ही पदस्थ क्यों रखा गया है? क्या उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है?
अवैध संपत्तियों की सीबीआई और ईडी से जांच की मांग
शालिनी सिंह पटेल ने केंद्र सरकार से मांग की है कि ADM राजेश कुमार वर्मा और उनके रिश्तेदारों की संपत्तियों की गहन जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराई जाए।
उनका कहना है कि यदि ADM राजेश कुमार वर्मा भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए जाते हैं, तो उन्हें तत्काल निलंबित कर जेल भेजा जाए।महिलाओं और आम जनता से अभद्रता का आरोप
ADM राजेश कुमार वर्मा पर महिलाओं और आम जनता के साथ अभद्रता करने का भी आरोप है। 28 फरवरी 2025 को एक घटना सामने आई, जिसमें ADM ने कथित रूप से एक महिला कार्यकर्ता से दुर्व्यवहार किया।
शालिनी सिंह पटेल ने मांग की है कि इस घटना की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक की जाए और न्यायिक जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए।
मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नहीं भेजने का मामला
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी ADM राजेश कुमार वर्मा द्वारा शासन तक नहीं भेजे जा रहे हैं।
यह सवाल उठता है कि क्या ADM अब सरकार से भी ऊपर हो गए हैं?
आमरण अनशन शुरू कर दिया है आज से अब आंदोलन तेज होगा
इस पूरे मामले में न्याय की मांग को लेकर शालिनी सिंह पटेल और अन्य संगठनों ने 2 मार्च 2025 से आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
उन्होंने साफ कहा है कि जब तक ADM राजेश कुमार वर्मा को निलंबित नहीं किया जाता और उनके खिलाफ निष्पक्ष जांच नहीं होती, तब तक अनशन जारी रहेगा।
अगर इस दौरान कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसके लिए ADM राजेश कुमार वर्मा और सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी को जिम्मेदार माना जाएगा।
सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग
अब यह देखना होगा कि उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है और क्या ADM राजेश कुमार वर्मा पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच होती है या नहीं।
जनता और सामाजिक कार्यकर्ता इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बाइट
शालिनी सिंह पटेल
जेडीयू नेत्री ,समाजसेवी