
कमान संभालने के तुरंत बाद एक्शन में दिखे थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार
न्याय की राह पर सजग प्रहरी: भानु प्रताप सिंह की अगुवाई में परसरामपुर पुलिस ने दिलाई पीड़िता को इंसाफ
बस्ती 19 अप्रैल 25.
जनपद की पुलिस ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि कानून के रखवाले जब संकल्प लेकर निकलते हैं, तो अपराध कहीं छिप नहीं सकता। 19 अप्रैल 2025 को थाना परसरामपुर पुलिस और स्वाट टीम बस्ती की संयुक्त कार्यवाही में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म जैसे घिनौने अपराध को अंजाम देने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। यह कार्यवाही उस समय और भी महत्वपूर्ण बन जाती है जब इसकी कमान थाना परसरामपुर के कर्मठ, निष्पक्ष और तेजतर्रार थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह के हाथों में हो।
ग्राम कुश्मौरघाट से गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी — अभिषेक सिंह (उम्र 23 वर्ष) और विशाल दुबे (उम्र 20 वर्ष) — के विरुद्ध थाना परसरामपुर में मु0अ0सं0 111/2025 धारा 70(2), 115(2), 137(2), 87, 351(2), 352 BNS व 5/6 पाक्सो एक्ट के अंतर्गत गंभीर धाराएं दर्ज थीं। पीड़िता को न्याय दिलाने के इस मिशन में भानु प्रताप सिंह ने न केवल नेतृत्व किया, बल्कि एक-एक बिंदु पर पैनी नजर रखकर यह सुनिश्चित किया कि अपराधी किसी भी सूरत में बच न सकें।
इस कार्रवाई में उनके साथ स्वाट टीम प्रभारी उ0नि0 संतोष कुमार, उ0नि0 राहुल गुप्ता, का0 रोहित कुमार, का0 आनंद यादव, का0 शिव यादव, हे0का0 रमेश कुमार, हे0का0 अवनीश सिंह, हे0का0 पवन तिवारी व का0 किशन सिंह जैसे समर्पित पुलिसकर्मी भी शामिल रहे, जिन्होंने दिन-रात की मेहनत से इस सफलता को संभव बनाया।
भानु प्रताप सिंह की कार्यशैली का सबसे प्रभावशाली पहलू यह है कि वे अपराध के हर पहलू को संवेदनशीलता और कठोरता के संतुलन के साथ देखते हैं। उनकी निगरानी में न केवल अपराधियों की धरपकड़ होती है, बल्कि पीड़ितों को न्याय का भरोसा भी मिलता है। जनपद बस्ती में उनकी छवि एक सख्त लेकिन न्यायप्रिय पुलिस अधिकारी की बनी है, जिनकी मौजूदगी अपराधियों के लिए भय और आम जनता के लिए विश्वास का प्रतीक है।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया कि यदि पुलिस बल में नेतृत्वकर्ता सतर्क, संवेदनशील और निडर हो, तो समाज को भयमुक्त और न्यायसंगत बनाया जा सकता है।