
सिद्धार्थनगर। कान में भारीपन है और कम सुनाई दे रहा है तो तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। दो माह से पड़ी ठंड के कारण यह समस्या हो रही है। अगर इस पेरशान से जूझ रहे हैं तो बिना चिकित्सक की सलाह के ड्रॉप न डालें। क्योंकि इससे कान के परदे पर असर पड़ सकता है। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में इस प्रकार की रोगियों की संख्या बढ़ी है। कई रोगी ऐसे पहुंच रहे हैं जो बिना चिकित्सक के सलाह के ड्रॉप का प्रयोग किए और कान में संक्रमण की शिकायती बढ़ गई है।
ठंड में जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उन्हें कई प्रकार की दिक्कत होती है। अब मौसम में बदलाव के बाद एकाएक सर्दी, जुकाम लोगों को होने लगा है। इससे कान में भारीपन, दर्द और कम सुनाई देने की शिकायत है। जिनको बार-बार सर्दी की शिकायत होती है, वे लोग मौसम अच्छा होने तक गरम कपड़े पहनते रहे। नाक जाम होने पर नेजल ड्रॉप डालें और पानी गर्म करके भाप लेते रहे हैं। घरेलू उपचार से बहुत लाभ होता है। कान, नाक का संबंध एक होने के कारण ठंड में ऐसे परेशानी होती है। अधिक दिक्कत होने पर चिकित्सक की सलाह से ही ड्रॉप लें। बिना परामर्श के ड्रॉप के प्रयोग से काम का परदा खराब हो सकता है।
-डॉ. संजय शर्मा, नाक, कान गला रोग विशेषज्ञ माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज