भाजपा प्रत्याशी कमलेश ध्रुव और कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुन ध्रुव
श्रवण साहू, कुरूद. धमतरी जिले के कुरुद नगर पंचायत में वार्ड क्रमांक-10 में चुनाव दिलचस्प हो गया है। यहां 2 सगे भाई दो बड़े राष्ट्रीय पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। बड़े भाई को भाजपा और छोटे भाई को कांग्रेस में उम्मीदवार बनाकर आमने-सामने कर दिया है। दोनों भाई कभी बचपन में एक साथ खेला करते थे। आज चुनावी अखाड़े में एक-दूसरे को पटखनी देने कमर कस ली है। दरअसल कुरुद नगर पंचायत अंतर्गत वार्ड क्रमांक 10 स्वामी विवेकानंद वार्ड में भाजपा ने इसी वार्ड के कमलेश ध्रुव को अपना छोटे भाई अर्जुन ध्रुव को चुनाव मैदान में उतारा है। दोनों भाईयों का प्रचार जारी है। इस वार्ड में दोनों भाईयों के बीच सीधी टक्कर है। लोग कांटे की टक्कर की उम्मीद कर रहे हैं।
प्रत्याशी बोले – भाई के बीच नहीं पार्टी के बीच लड़ाई
कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुन ध्रुव का कहना है कि कांग्रेस ने मुझ पर विश्वास कर प्रत्याशी बनाया है। यह लड़ाई हम दोनों भाइयों के बीच न होकर भाजपा और कांग्रेस के बीच है। बड़े भाई चुनाव जीतते हैं तो भी मुझे खुशी होगी। वहीं भाजपा प्रत्याशी कमलेश ध्रुव का कहना है कि कांग्रेस ने छोटे भाई अर्जुन ध्रुव को चुनाव मैदान में उतारा है। दोनों भाइयों का प्रचार जारी है। दोनों प्रत्याशियों के पिता लच्छन ध्रुव ने कहा कि दोनों बेटों को पार्षद का टिकट मिला है, इससे परिवार में खुशी है। दोनों में से कोई भी जीते पार्षद तो उनके परिवार से ही बनेंगे।
पिछले चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस पार्षद ने थामा था भाजपा का दामन
बता दें कि वार्ड क्रमांक 10 को शुरू से भाजपा का गढ़ माना जाता है। पिछले नगरीय निकाय चुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ। कांग्रेस से तुमेश्वरी ध्रुव चुनाव जीतने के बाद भाजपा में शामिल हो गई थी। इस बार वार्ड 10 से दो ही प्रत्याशी होने से चुनावी समीकरण भी स्पष्ट है। दोनों में से एक भाई का जीत तय है।
चुनाव हो गया दिलचस्प
वार्डवासी रोशन यादव, दौलत ध्रुव, रोशन निर्मलकर, संतोष साहू ने कहा कि नगर पंचायत कुरुद में कुल 15 वार्ड है। अनेक वार्डों में 3 से 4 प्रत्याशी है। विवेकानंद वार्ड में 2 ही प्रत्याशी होने से चुनाव दिलचस्प हो गया है। खास बात यह है कि दोनों सगे भाई हैं इसलिए कई बार सोचेंगे कि वोट किसे करें। दो भाईयों की चुनाव में सीधी टक्कर से पूरे नगर में चर्चा हो रही है। राजनीतिक पार्टियों ने अपने स्वार्थ को लेकर यहां से दो भाईयों को अपने-सामने कर दिया है। फिलहाल जनता भी समझदार है और वे अपने सूझबूझ से अपने मुखिया चुनेंगे।