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EXCLUSIVE रिपोर्ट | “तुम्हें छूने का मन करता है” – घरेलू हिंसा की शिकायत पर पहुंची महिला से दरोगा ने की शर्मनाक बातें, UP पुलिस का चेहरा फिर हुआ बेनकाब

ताज़ा मामला उस समय चर्चा में आया जब एक महिला घरेलू हिंसा की शिकायत लेकर थाने पहुंची, लेकिन इंसाफ की उम्मीद लेकर पहुंची महिला को इंसाफ की जगह शर्मिंदगी और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।

🔴 EXCLUSIVE रिपोर्ट | “तुम्हें छूने का मन करता है” – घरेलू हिंसा की शिकायत पर पहुंची महिला से दरोगा ने की शर्मनाक बातें, UP पुलिस का चेहरा फिर हुआ बेनकाब

उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश पुलिस एक बार फिर वर्दी के भीतर छिपे विकृत मानसिकता के चहरे से शर्मसार हो गई है। जिस पुलिस विभाग पर महिलाओं की रक्षा का दायित्व है, वही अब महिलाओं के लिए भय और अपमान का प्रतीक बनता जा रहा है। ताज़ा मामला उस समय चर्चा में आया जब एक महिला घरेलू हिंसा की शिकायत लेकर थाने पहुंची, लेकिन इंसाफ की उम्मीद लेकर पहुंची महिला को इंसाफ की जगह शर्मिंदगी और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।

महिला ने बताया कि शिकायत दर्ज करने की बजाय दारोगा पवन कुमार पांडेय ने उससे अश्लील बातें करना शुरू कर दीं और कहा – “तुम्हें छूने का मन करता है।” पीड़िता के मुताबिक, यह सब कुछ थाने के भीतर हुआ, जहां वह अपने पति की मारपीट और मानसिक उत्पीड़न की शिकायत लेकर आई थी।

😡 आरोपी दारोगा लाइन हाजिर, जांच शुरू
महिला ने हिम्मत जुटाकर इस पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत आला अफसरों को भेजी, जिसके बाद विभाग ने दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है और आरोपी पर विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी कार्यवाही पर भी विचार किया जा रहा है।

📌 यह केवल एक महिला की बात नहीं – यह पूरे सिस्टम पर सवाल है
थानों में महिला फरियादियों की अस्मिता से इस प्रकार का खिलवाड़ केवल एक कर्मचारी की गलती नहीं, बल्कि यह दर्शाता है कि सिस्टम में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल का घोर अभाव है।

👩‍⚖️ सामाजिक संगठनों का आक्रोश – FIR हो और गिरफ्तारी की जाए
घटना सामने आने के बाद महिला संगठनों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और जन प्रतिनिधियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। “क्या अब महिलाएं न्याय मांगने थाने भी नहीं जा सकतीं?” – यह सवाल हर जुबान पर है। संगठनों ने मांग की है कि सिर्फ लाइन हाजिर करना पर्याप्त नहीं, FIR दर्ज कर दरोगा को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।

💬 जनता में सवाल – अगर वर्दी वाले ही मर्यादा तोड़ें, तो इंसाफ कौन देगा?
इस मामले ने कानून व्यवस्था और UP पुलिस की नैतिक जिम्मेदारी पर भी गहरे प्रश्न खड़े कर दिए हैं। आम जनता का भरोसा अब डगमगाने लगा है, क्योंकि जो हाथ सुरक्षा देने के लिए बढ़ने चाहिए, वही अपमान के औजार बन जाएं, तो समाज कहां जाएगा?


✍️ रिपोर्ट: एलिक सिंह
संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उत्तर प्रदेश महामंत्री – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
📞 संपर्क: 8217554083

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