
औरंगाबाद वृत्तसंस्था (अशोक मुळे): आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर छत्रपति संभाजीनगर शहर के वालुज एमआईडीसी क्षेत्र के प्रतिपंधरपुर में 10 से 12 लाख भक्तों के आने की संभावना है.
जिला कलेक्टर दिलीप स्वामी ने आज 3 जुलाई को निर्देश दिया कि वारकरी भक्तों को सुरक्षा, सफाई और सेवाएं प्रदान करने के लिए सभी एजेंसियां सतर्क रहें। हर विभाग समन्वित तरीके से अपनी जिम्मेदारी निभाए
आषाढ़ी एकादशी तैयारी समीक्षा बैठक में पुलिस उपायुक्त पंकज अतुलवार, वालुज एमआईडीसी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक रामेश्वर गढ़े, पुलिस निरीक्षक योगेश शेलके, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी राजकुमार कुमथले, राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के अभिनव बालुरे, जिला सर्जन डॉ. महेश लड्डा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अभय धानोरकर, खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रशांत कुचेकर, कार्यकारी अभियंता वालुज सुरेश गायकवाड, प्रभारी तहसीलदार के.वी. वाघमारे, राज्य परिवहन निगम के परिवहन निरीक्षक राजेश मोटे, स्मार्ट सिटी बस ट्रांसपोर्ट शामिल थे। शाखा प्रबंधक ए. बी. वाघ, ग्राम पंचायत पंढरपुर के ग्राम पंचायत अधिकारी पी. ए. तुपे, पंढरपुर ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच शेख अख्तर शेख आरिफ, पंढरपुर मंदिर के ट्रस्टी राजेंद्र दत्तात्रेय पवार, सचिव विष्णु झलके
जिला कलेक्टर स्वामी ने निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के दर्शन हो। प्रत्येक श्रद्धालु को वीआईपी मानकर उनकी सेवा की जाए। मंदिर क्षेत्र में ठेलों और मोबाइल विक्रेताओं द्वारा श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाए। खाद्य एवं औषधि प्रशासन को खाद्य सामग्री बेचने वाले ठेलों पर विशेष नजर रखनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग को यात्रा के दौरान अपनी पूरी टीम को सक्रिय रखना चाहिए। एम्बुलेंस की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए। डॉक्टरों, नर्सों और गैर सरकारी संगठनों की मदद से श्रद्धालुओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। बिजली विभाग को मंदिर क्षेत्र में रहट पालिंग जैसे बिजली कनेक्शन के परमिट जारी करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। विशेष टीमों को रात में निगरानी करनी चाहिए। राज्य आबकारी विभाग को अवैध शराब की बिक्री और यातायात पर विशेष नजर रखनी चाहिए। सार्वजनिक निर्माण विभाग को मंदिर के पास की सड़क की मरम्मत करनी चाहिए और नगर नाका से मंदिर तक गिरे हुए बिजली के खंभों की मरम्मत करनी चाहिए।
10:36 पूर्वाह्न
पुलिस को क्या सलाह…
पुलिस प्रशासन को बुजुर्गों के साथ-साथ महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। छत्रपति संभाजीनगर-पुणे हाईवे एमआईडीसी वालुज से सटा होने के कारण यातायात विभाग को यातायात मार्ग में परिवर्तन कर भारी और छोटे वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराना चाहिए।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जाए। साथ ही चोरी व अन्य अनुचित गतिविधियों को रोकने के लिए सादे कपड़ों में पुलिस की तैनाती की जाए। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को आवश्यक निर्देश देने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम सक्रिय किया जाए। श्रद्धालु कम से कम समय में दर्शन करें और मंदिर क्षेत्र में भीड़भाड़ से बचें। साथ ही पुलिस प्रशासन मंदिर क्षेत्र में यात्रा के दौरान मंदिर के स्वयंसेवकों व स्वयंसेवी संगठनों की मदद लेकर श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करे।
गुमशुदा व्यक्तियों और बच्चों के लिए अलग व्यवस्था स्थापित की जानी चाहिए। शहर से पंढरपुर जाने वाली सड़क को खुला रखा जाना चाहिए। श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए लाइट और राज्य परिवहन बसों, स्मार्ट सिटी बसों और रिक्शा चालकों के बीच उचित समन्वय करके ए.एस. क्लब में एक उपयुक्त स्टॉप उपलब्ध कराया जाना चाहिए। वहां 24 घंटे गाइड की व्यवस्था की जानी चाहिए। साथ ही, उचित दिशा संकेत प्रदान किए जाने चाहिए। यात्रा समाप्त होने के बाद, नगर निगम को पूरे क्षेत्र में सफाई अभियान चलाना चाहिए। साथ ही, नगर निगम को यात्रा के दौरान भी सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही, मोबाइल सार्वजनिक शौचालय अधिक से अधिक संख्या में उपलब्ध कराए जाने चाहिए, ऐसा जिला कलेक्टर स्वामी ने कहा। जिला कलेक्टर स्वामी ने इस अवसर पर कहा कि प्रशासन भक्तों को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है