
यूपी बोर्ड के अंकपत्र व प्रमाणपत्र अभी तक जिले में नहीं आ सके हैं। इससे आगे की पढ़ाई के लिए विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं। 10वीं और 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 25 अप्रैल को घोषित किया गया था।परिणाम आने के 58 दिन बाद भी अभी तक परिषद की ओर से अंकपत्र नहीं भेजे गए हैं।
परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्रों ने आगे किस विश्वविद्यालय या कॉलेज और कौन से पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना है, इस पर मंथन शुरू कर दिया था। वर्तमान में सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को अंकपत्र के साथ अन्य प्रमाणपत्रों को जमा कराना होता है। लेकिन अभी तक अंकपत्र और प्रमाणपत्र नही मिलने से छात्र अनिर्णय की स्थिति में हैं।
इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि यूपी बोर्ड से जिले को अंकपत्र मिल गया है। इन्हें विद्यालयों पर भेजवाया जा रहा है, मंगलवार से विद्यालयों से छात्रों को मिलना शुरू हो जाएगा