
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। निमोनिया बताकर 3 दिन किया बच्चे का इलाज:हार्ट की समस्या से मौत, हालत बिगड़ने पर डॉक्टर का इंतजार करने को कहा।।
घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बस्ती के एक निजी अस्पताल में डेढ़ साल के बच्चे की मौत के बाद परिवार ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। सोनहा थाना क्षेत्र के नरखोरिया कंचनपुर चौराहा निवासी राधेश्याम कसौधन के बच्चे को तीन दिन पहले डॉक्टर एसके गौड़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने शुरू में बच्चे को निमोनिया बताया। बुधवार सुबह बच्चे की हालत बिगड़ने और जीभ काली पड़ने पर भी नर्स ने डॉक्टर के आने का इंतजार करने को कहा। डॉक्टर 11 बजे राउंड पर आए और तब बताया कि बच्चे के हृदय में समस्या है।
जांच के लिए बाहर भेजा था
डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने पहले निमोनिया बताया क्योंकि दादी घबरा न जाएं। जांच के लिए बाहर भेजा गया, लेकिन लौटने तक बच्चे की मौत हो गई। वहीं डॉक्टर एसके गौड़ का कहना है कि उन्होंने परिजनों को पूरी जानकारी दी थी।
लौटने पर बच्चा नहीं था जीवित
सुबह सांस लेने में दिक्कत होने पर एक्स-रे की सलाह दी, लेकिन जब वे एक्स-रे कराकर लौटे तो बच्चा जीवित नहीं था। घटना से बच्चे की दादी और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता राधेश्याम ने डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।