
🟥 ब्रेकिंग न्यूज़ | सूटकेस में लाश, सीमेंट का प्लास्टर, एयरपोर्ट से फरारी – रिटायर्ड ASI के बेटे-बहू ने रची खौफनाक साजिश, मेरठ जैसी दिल दहला देने वाली वारदात रायपुर में
रायपुर/छत्तीसगढ़।
राजधानी रायपुर में मेरठ जैसी खौफनाक हत्या की वारदात ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। इंद्रप्रस्थ कॉलोनी फेज-2 के पास एक पेटी में बंद सूटकेस से लाश मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। जांच में सामने आया कि लाश एक युवक किशोर पैंकरा की थी, जिसकी गला रेतकर हत्या की गई और फिर शव को सूटकेस में ठूंसकर सीमेंट का प्लास्टर कर दिया गया था।
👉 इस निर्मम हत्या की साजिश रचने वाले कोई और नहीं, बल्कि रिटायर्ड ASI का बेटा अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी निकिता हैं, जो वारदात को अंजाम देने के बाद रायपुर एयरपोर्ट से दिल्ली फरार हो गए।
🕵️♂️ कैसे खुला कत्ल का राज?
सोमवार दोपहर बाद जब कॉलोनी में तेज दुर्गंध फैलने लगी, तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और पेटी में बंद सूटकेस को खुलवाया, तो भीतर सीमेंट से पुता हुआ शव मिला। सीमेंट का मोटा लेप देखकर अफसर भी हैरान रह गए। लाश को पूरी तरह प्लास्टर किया गया था, ताकि सड़ने के बाद बदबू न फैले और हत्या का राज छिपा रहे।
📹 CCTV फुटेज ने खोली परतें:
पुलिस ने कॉलोनी के आसपास लगे CCTV फुटेज खंगाले, जिसमें मृतक को आखिरी बार अंकित और निकिता के साथ देखा गया। कुछ देर बाद दोनों पति-पत्नी को उसी स्थान पर एक भारी सूटकेस उठाकर ले जाते हुए भी देखा गया।
🔍 कौन है मास्टरमाइंड?
अंकित उपाध्याय, पेशे से वकील, रिटायर्ड ASI का बेटा है।
पत्नी निकिता उपाध्याय भी हत्या में शामिल थी।
दोनों ने मिलकर पहले किशोर को घर बुलाया, हत्या की और फिर शव को छिपाने के लिए सूटकेस में भरकर सीमेंट से सील कर दिया।
हत्या के बाद दोनों दिल्ली भाग गए, लेकिन CCTV फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर उनकी पहचान तय हो गई है।
📌 मामला क्यों है खास?
बिंदु विवरण
📍स्थान इंद्रप्रस्थ कॉलोनी, रायपुर
👤 मृतक किशोर पैंकरा
🔪 हत्या का तरीका गला रेतकर हत्या, शव को सूटकेस में बंद कर सीमेंट से प्लास्टर
🕵️♂️ आरोपी अंकित उपाध्याय (वकील), निकिता उपाध्याय (पत्नी)
🚨 गिरफ्तारी स्थिति हत्या के बाद दोनों दिल्ली फरार, पुलिस तलाश में
📽️ CCTV सुराग आरोपी दंपति लाश ले जाते समय कैमरे में कैद
😱 प्रेरणा मेरठ जैसी हत्या से प्रेरित, बदबू रोकने को सीमेंट का प्लास्टर
🧠 पुलिस की थ्योरी:
“आरोपियों ने यह पूरी वारदात सोची-समझी साजिश के तहत रची। मेरठ जैसे मामलों से प्रेरणा ली गई। सीमेंट का प्लास्टर करने का मकसद था – लाश से दुर्गंध न फैले, ताकि हत्या छिपी रह सके।”
❗क्या मेरठ से मिलती है समानता?
हां। कुछ माह पूर्व उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक महिला ने अपने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या कर शव को ड्रम में डालकर सीमेंट से भर दिया था। शव 6 दिन बाद गंध आने पर मिला था। रायपुर का मामला हूबहू उसी अंदाज में रचा गया — बस इस बार ड्रम की जगह सूटकेस ने जगह ली।
🖊️ रिपोर्टर: एलिक सिंह
📺 संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
📜 उत्तर प्रदेश महामंत्री – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
📞 संपर्क: 8217554083