राहुल जायसवाल की रिपोर्ट🖋️🖋️
सिंगरौली जिले के सरई तहसील अंतर्गत शासकीय महाविद्यालय सरई में अध्यनरत छात्रों के द्वारा सिंगरौली जिले के जनप्रतिनिधियों के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया है राज्य में एवं केंद्र के दोनो जगह भाजपा की सरकार है एवं विधायक सांसद भी भाजपा की है लेकिन सब अपने अपने रोटी सेंकने का काम करते हैं जब चुनाव आता है तो सब अपना बेटा अपना भाई बताते है सब काम कराने की बात करते है विकाश करने की बात करते हैं लेकिन आज सरई महाविद्यालय में बहुत सारी समस्याएं है जो की छात्र छात्राएं झेलने पर मजबूर है लेकिन छात्रों की समस्याएं सुनने के लिए एक भी जन प्रतिनिधि सामने नही आ रहे तभी एनएसयूआई छात्र संगठन के कॉलेज अध्यक्ष राहुल जायसवाल के द्वारा गंभीर आरोप लगाते हुए कहा देवसर विधायक एवं सीधी लोकसभा के सांसद भी भाजपा के है लेकिन विकाश किस दिन काम आयेगी, छात्रों के हित के लिए एक भी बात नही करते है जो की इस देश के भविष्य है सरई महाविद्यालय के छात्रों का कहना है की क्या विधायक सांसदों के छात्र छात्राएं वोट नही दिए है क्या जो छात्र हित में एक भी बात नहीं करते है आज महाविद्यालय सरई में छात्रों गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तभी एनएसयूआई छात्र नेता राहुल जायसवाल की कहना है की आज महाविद्यालय को खुले लगभग 4 वर्ष हो गया लेकिन कॉलेज पहुंच मार्ग नही बन पाया छात्र छात्राएं बरसात में गिर जाते है कई बार छात्र छात्राओं के फिसल के गिरने से हाथ पैर भी टूट गये है लेकिन आज तक कॉलेज पहुंच मार्ग नही बन पाया, तथा महाविद्यालय की ग्राउंड भी आज तक नही बना छात्र छात्राएं पेड़ पौधे लगाते है लेकिन आवारा पशुओं के द्वारा ग्राउंड पूरा न होने के कारण पशुओं के द्वारा पेड़ पौधों को नुकसान कर दिया जाता है मैदान की समतलीयकरण भी आज तक नही हुआ,
फिर उसके बाद एनएसयूआई छात्र नेता राहुल जायसवाल ने छात्रों की सबसे बड़ी प्रमुख समस्या बताते हुए कहा की आज तक सरई महाविद्यालय में पीजी कोर्स उपलब्ध नहीं हो पाया जो की छात्रों के लिए सबसे बड़ी समस्या है क्योंकि सरई महाविद्यालय में 80 से 100 किमी. दूर दूर तक के छात्र छात्राएं महाविद्यालय में अध्ययन करने के लिए आते है लेकिन सरई महाविद्यालय में पीजी कोर्स उपलब्ध न होने के कारण छात्र छात्रों को आगे की पढ़ाई नही कर पाते क्योंकि सरई क्षेत्र में छात्रों के अभिभावक अधिकांश निर्धन किसान परिवार से ही आते है जो अपने बच्चो को पीजी कोर्स पढ़ाने के लिए बाहर भेजने व बाहर के कॉलेजों में पढ़ाने के लिए क्षमता नही रहता।
छात्रों के द्वारा गुहार लगाया जा रहा हैं की छात्रों की समस्या की समाधान छात्रों की भविष्य को ध्यान में रखते किया जाए