राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग ने अखंड भारत दिवस…
वर्तमान सशक्त सिंधी समाज को विभाजन की विभीषिका सबसे ज्यादा दर्द सहना पड़ा…
अधिवक्ता चितरंजय पटेल
सक्ती समाचार- राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग जिला सक्ती ने अखंड भारत दिवस के उपलक्ष्य हर घर तिरंगा अभियान चलाया , पश्चात दृष्टिबाधित विद्यालय, सक्ती में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर विभाजन की विभीषिका पर चर्चा किया।
इस दरम्यान उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने बताया कि देश में आजादी के साथ हमारे देश के दो टुकड़े हुए और देश के विभाजन के साथ ही हमारे लोग घोर यातना के शिकार हुए तथा पाकिस्तान से प्रताड़ित और भगाए हमारे लोग शरणार्थी शिविरों में शरण लेकर जीवन गुजारने को मजबूर हुए।
आज देश का सर्वथा सशक्त सिंधी समाज ने देश के व्यापारिक व आर्थिक ताकत के रुप में अपनी पहचान बनाई है, पर सिंधी समाज ने विभाजन की विभीषिका का सबसे ज्यादा दर्द सहा है क्योंकि नवोदित पाकिस्तान ने उनसे उनका घर_व्यापार सब छीन दर_दर की ठोंकरे खाने देश से निकाल दिया जो बरसों तक अपने लोगों के बीच ही भारत में भी शरणार्थी कहलाते रहे। आज सिंधी समाज के धैर्य, साहस और कर्मशीलता को सलाम किया जाना चाहिए जिसने सरकार के बिना किसी विशेष सहायता और आरक्षण के समाज में अपना स्थान बनाया है वह तारीफ ए काबिल है।
आज आवश्यकता है कि इस विभाजन की विभीषिका का स्मरण कर हमें अपने देश की आजादी के कीमत को महसूस कर देश की एकता और अखंडता के लिए सतत प्रयासरत रहना चाहिए तभी आजादी का सही अर्थों में लाभ सुनिश्चित होगा।इन पलों में मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग के पदाधिकारियों के अलावा मीडिया और शिक्षा जगत के लोग उपस्थित रहे।