
पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन इस बार 16 सितंबर 2024 सोमवार को है। पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्मदिन हर साल ईद मिलादुन्नबी का त्योहार के रूप मे मनाया जाता है। इस बार भी 18 सितंबर को ईद मिलादुन्नबी का जुलुस मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र मे निकाला जायेगा। इस बार ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर डीजे बजाने को लेकर पूरी तरह से पाबंदी लगाने की पहल मुस्लिम तंजीमों ने की है। जो कि स्वागतयोग्य एवं सराहनीय है। इस विषय मे गुरुवार 12 सितंबर को एक महत्त्वपूर्ण बैठक मुंबई मे की गई। इस बैठक मे मुंबई की कई मुस्लिम संस्थानो के प्रतिनिधि , उलेमा और पुलिस के आला अधिकारी अफसर मौजूद रहे। इस वर्ष ईद मिलादुन्नबी का त्योहार 16 सितंबर को है जबकि 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी का त्योहार है। आपसी तालमेल एवं सौहार्द कायम रहे और दोनो समाज मे कोई मनमुटाव टकराव न हो इसको लेकर 18 सितंबर बुधवार को ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकालने का फैसला मुस्लिम समुदाय द्वारा लिया गया है। यह जुलूस पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के सीख अनुसार निकले इसके लिए जुलूस मे डीजे बजाने को लेकर पाबंदी लगाने का प्रयास मुस्लिम संस्थाऐ अपने स्तर पर कर रही है। इसी कड़ी मे गुरुवार को अंजुमन बाशिंदागा ने बिहार की ओर से अंजुमन इस्लाम स्कूल मे एक बैठक आयोजित की थी। बैठक मे पुलिस उपायुक्त, जमीयतुल उलेमा के अध्यक्ष, बुद्धजीवी व पद्मश्री डॉ•जाहीर काजी, और हाजी अली दरगाह के ट्रस्टी आदि मौजूद रहे। सभी मिलकर एक स्वर मे जुलूस के दौरान डीजे के उपयोग करने पर कड़ी आपत्ति जताई। पुलिस उपायुक्त प्रवीण मुंडे ने जुलूस मे डीजे पर प्रतिबंध को लेकर संस्थाओ द्वारा की गई पहल की सलाहना की। उन्होंने इसके लिए वालंटियर मुहैया कराने की अपील की है। इन वालंटियरो की सहायता से पुलिस जुलूस मे शामिल डीजे वाहनो पर आसानी से कार्यवाही कर सकेगी। डॉ• जाहीर काजी ने मुस्लिम युवाओ से अपील की है कि वे डीजे पर खर्च करने के बदले मे अस्पतालो मे जरूरतमंदो की सहायता करें। मौलाना कासमी ने कहा है कि सिर्फ डीजे ही नही बल्कि हर वो चीज की मनाही होनी चाहिए जिसके उपयोग करने से दुसरों को नुकसान पहुंचता हो। वाकई मे मुस्लिम समुदाय द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय है। इससे डीजे से होने वाले नुकसान को रोकने मे एक बड़ा कदम माना जा सकता है।