बरबीघा सिटी खबर।
* बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री एवं बरबीघा के धरतीपुत्र स्वर्गीय डॉक्टर श्रीकृष्ण सिंह की जयंती आगामी 21 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव माउर मैं भव्य समारोह आयोजित कर मनाई जाएगी। इस कार्यक्रम का आयोजन आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह द्वाराआयोजित किया जा रहा है। जिसमें देश प्रदेश के कई गण्यमlन लोग इसमें शामिल होने की संभावना है। इसके लिए तैयारियां जोर-जोर से की जा रही है। वही बिहार केसरी डॉक्टर श्री कृष्णा सिंह को भारत रत्न दिलाने हेतु बरबीघा से पटना राज भवन तक पदयात्रा निकाली जाएगी।
* आपको बताते चलें कि जिसको लेकर डॉक्टर सहजानंद एवं डॉक्टर ऋषभ कुमार ने बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के मैंहूंस, केवटी, बवनबीघ पिंजढी, और माउर और इत्यादि गांव का भ्रमण करते हुए इस समारोह में लोगों को अधिक से अधिक संख्या में आने के लिए आमंत्रित किया गया। इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने पत्रकारों को बताया कि श्री बाबू किसी जाति या किसी विशेष पार्टी के नेता नहीं थे। बल्कि वह जन-जन के नेता थे। यह बरबीघा का सौभाग्य रहा कि ऐसे महान नेता का पैतृक गांव बरबीघा प्रखंड के माउर में है।
* बता दे की 1961 तक में लगातार बिहार के मुख्यमंत्री पर आसीन रहे. फिर सामाजिक समरसता के लिए जमींदारी प्रथा को दूर करते हुए दलितो को मंदिर में प्रवेश दिलाने का काम भी किया था। बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुएशिक्षा के क्षेत्र में, कृषि और औद्योगिक क्षेत्र में क्रांति लाने का काम किया जिसके कारण उन्हें आधुनिक बिहार के निर्माता और बिहार केसरी से विभूषित किया गया था
देवघर मंदिर में दलित को प्रवेश दिलाने के लिए खुद दलितों के साथ वहां जाकर उनका अधिकार दिलाया। जिसके लिए पुजारियो का कोप भाजन का उन्हें शिकार भी होना पड़ा। लेकिन यह भी वीडियो बना है कि उनके भी मरणोपरांत भी भारत रत्न की उपाधि नहीं दी गई है। इसके लिए श्री बाबू के जयंती 21 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक बरबीघा से पटना राज भवन तक संकल्प यात्रा शुरू किया जाएगा और भारत के राष्ट्रपति से भारत रतन की उपाधि देने की मांग की जाएगी। इस मौके पर प्रख्याति प्राप्त चिकित्सा एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ऋषभ कुमार ने कहा केसरी बाबू बिहार की नहीं बल्कि देश को दशा एवं दिशा देने का काम किया है। इस मौके पर डॉक्टर आनंद कुमार, चिंटू कुमार, गोपाल कुमार, इत्यादि लोग भी उपस्थित थे।
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