
अंबेडकरनगर।भवन निर्माण करने के दौरान बुधवार सुबह राजगीर छत के ऊपर से गुजरे हाईटेंशन बिजली लाइन की चपेट में आ गया। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शाम को पोस्टमाॅर्टम के बाद जब शव घर पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीणोंं के साथ परिजनों ने अकबरपुर-शाहगंज मुख्य मार्ग पर शव रख सड़क जाम कर दिया। तहसीलदार पदमेश श्रीवास्तव ने परिवार को आवास के साथ ही सरकारी कोष से पांच लाख रुपये की मदद का भरोसा दिलाया। उपखंड अधिकारी बिजली मुकेश कुमार ने पांच लाख रुपये की विभागीय सहायता देने का आश्वासन दिया। एक घंटे बाद जाम को खुलवाकर यातायात बहाल कराया।
घटना मालीपुर थाने क्षेत्र के सुरहुरपुर गांव की है। गांव निवासी विपिन विश्वकर्मा अपने घर के दूसरे तल का निर्माण करा रहे थे। इसके लिए उन्होंने सुल्तानपुर खुर्द गांव निवासी राजगीर सुनील राजभर को ठेका दिया था। छत के ऊपर से हाई वोल्टेज बिजली का तार गुजरा है। बुधवार की सुबह आठ बजे राजगीर सुनील काम करने के लिए छत पर पहुंचे। इसी दौरान वो बिजली के तार से चिपक गए। वहां मौजूद मजदूरों ने बांस बल्ली की मदद से उन्हें छुड़ाया, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से झुलस चुके थे।
भवन मालिक समेत मजदूर को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। तहसीलदार पदमेश श्रीवास्तव, उपखंड अधिकारी मुकेश कुमार ने घटना का जायजा लिया। इसके बाद शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया गया। शाम पांच बजे के करीब परिजन जब शव लेकर गांव पहुंचे तो सरकारी मदद दिलाने को लेकर आक्रोशित परिजनोंं व ग्रामीणों ने शव को अकबरपुर-जौनपुर मुख्य मार्ग पर जाम कर दिया। बाद में अधिकारियों ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। थानाध्यक्ष प्रभाकांत तिवारी ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पहले भी हुआ था हादसा, कई बार की थी शिकायत
मकान मालिक विपिन विश्वकर्मा का कहना है कि उन्होंने छत के ऊपर से बिजली के तार को हटवाने के लिए कई बार बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता और एसडीओ पत्र दे रखा है। कुछ माह पूर्व केबल तो लगा दिया गया लेकिन खुले तार को नहीं हटवाया गया। यदि तार को हटवा दिया गया होता तो राजगीर की जान न जाती। इसी तार के चलते मेरी दादी की भी जान जा चुकी है।
सुरक्षा निदेशालय करेगा जांच
पावर कारपोरेशन की सुरक्षा निदेशालय की टीम से घटना की जांच कराई जाएगी। विभागीय गलती मिलने पर पीड़ित परिजनों को निर्धारित मुआवजा दिलाया जाएगा। – गिरीश नरायण मिश्र, अधीक्षण अभियंता