केशव प्रसाद मौर्य का नया बयान, सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ एकजुटता का संदेश, भाजपा उत्तर प्रदेश में आंतरिक मतभेद की अटकलों पर विराम.
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश के भीतर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खराब प्रदर्शन के बाद से ही सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के रिश्तों को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. बीते कुछ दिनों पहले केशव प्रसाद मौर्य के कुछ ऐसे बयान सामने आए थे, जिनसे लगा था कि दोनों नेताओं के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. मगर बाद में दोनों के बीच सब कुछ ठीक होने की खबरें सामने आईं. मगर अभी हालिया केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी के नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ से खुद को अलग कर लिया था. उन्होंने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी का नारा ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ ही उनका नारा है. लेकिन फिर एक बार केशव प्रसाद मौर्य ने अपने सुर बदल लिए हैं.
केशव प्रसाद मौर्य के नए बयान के क्या हैं मायने?
उत्तर प्रदेश की सियासत में भाजपा के भीतर सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के संबंधों को लेकर उठते सवालों का हालिया घटनाक्रम ने एक नया मोड़ दिया है. पहले केशव मौर्य द्वारा ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे से खुद को अलग करने के बाद राजनीतिक गलियारों में दोनों नेताओं के बीच मतभेद की अटकलें तेज हो गई थीं. हालांकि, अब मौर्य ने सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर विश्वास जताते हुए एकजुटता का संदेश दिया है. उनके नए बयान से स्पष्ट होता है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के प्रति उनकी प्रतिबद्धता बरकरार है और पार्टी में कोई दरार नहीं है. मौर्य का यह कदम आगामी उपचुनाव के लिए पार्टी के भीतर एकजुटता का प्रदर्शन करने के रूप में देखा जा रहा है, जिससे भाजपा की चुनावी तैयारियों को बल मिल सकता है