
मेयर और अफसर घर-घर जाकर क्यूआर कोड का करेंगे सत्यापन, 18 वार्डों में सीवर और पेयजल का सर्वे, हुई समीक्षा
चन्दौली वाराणसी। महापौर अशोक तिवारी ने स्मार्ट सिटी के मीटिंग हाल में नगर निगम के अधिकारियों संग मीटिंग की। इसमें क्यूआर कोड समेत अन्य योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने 15 फरवरी से अफसरों के साथ क्यूआर कोड का स्थलीय निरीक्षण कर सत्यापन की बात कही। वहीं 18 वार्डों में सीवर और पेयजल के सर्वे और डीपीआर में देरी पर नाराजागी व्यक्त करते हुए इसे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। महाशिवरात्रि के बाद नगर निगम की ओर से शहर में अतिक्रमण के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जाएगा। महापौर ने महाकुंभ की मुकम्मल व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अभी भीड़ को देखते हुए कुछ दिन और सतर्क रहने की आवश्यकता है। महापौर ने भवनों में लगाये जा रहे क्यूआर कोड के बाबत जानकारी ली। वाराणसी वेस्ट सोल्यूशन के प्रतिनिधि ने बताया कि सभी जोनों में कुल 220734 भवनों के सापेक्ष अभी तक 182878 भवनों में क्यूआर कोड लगाया जा चुका है। महापौर ने निर्देशित किया कि 15 से 28 फरवरी तक उनके एवं नगर निगम के सभी वरिष्ठ अधिकारी सुबह 6 से 8 बजे तक भ्रमण कर क्यूआर कोड का सत्यापन करेंगे। इसके अनुसार ही संस्था को कूड़ा उठान का भुगतान किया जाएगामहापौर ने जल निगम के अधिकारियों से 18 वार्डो में किए जा रहे सर्वे एवं उनके डीपीआर की जानकारी ली। अधिशासी अभियन्ता कमल सिंह ने बताया कि सर्वे का कार्य पूर्ण हो गया है। 6 वार्डो की डीपीआर भी तैयार कर ली गयी है। इस पर महापौर ने नाराजगी व्यक्ता करते हुए निर्देशित किया कि 15 फरवरी तक बिरदोपुर, सरायनन्दन तथा शिवपुरवा वार्ड का भी डीपीआर प्रत्येक दशा में तैयार कर अवगत कराएं। इस कार्य में किसी भी प्रकार का विलम्ब न किया जाए। सभी 18 वार्डो में पेयजल का भी सर्वे कराकर डीपीआर तैयार कराएं।जलनिगम के द्वारा तैयार की गयी 4 अदद शिरापरि जलाशयों का अभी तक उपयोग न होने पर मेयर ने नाराजगी व्यक्त की। जल निगम को निर्देशित किया कि आगामी 23 फरवरी को सिगरा स्थित शहीद उद्यान तथा नगर निगम के डीजल पम्प पर रात्रि में कार्रवाई करते हुए शिरोपरि जलाशय में कनेक्शन दिया जाए, उसके बाद ट्रांस वरूणा क्षेत्र के दो अन्य में भी कनेक्शन दिया जाए, जिससे कि आगामी गर्मी में पेयजल की किल्लत न हो सके।महापौर ने जलकल परिसर में डब्लूटीपी की तकनीकी व्यवस्थाओं को शीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिए, ताकि पूरी क्षमता के साथ पेयजलापूर्ति हो सके। नाला सफाई की समीक्षा में मुख्य अभियन्ता को निर्देशित किया कि नगर के सभी नालों की सूची ए, बी, सी प्रकार से निर्धारित की जाए। बड़े नाले, मध्यम नाले तथा छोटे नालों को अलग-अलग सूची में शामिल किया जाए। इस वर्ष सभी नालों की सफाई सामान्य अभियन्त्रण विभाग के द्वारा करायी जाएगी। आगामी मार्च माह में बड़े नालों की सफाई का कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। मध्यम नाले तथा छोटे नालो की सफाई अप्रैल एवं मई माह में कराई जाएगी। उन्होंने महाशिवरात्रि के बाद शहर में वृहद अतिक्रमण अभियान चलाने का निर्देश दिया। कहा कि सभी जोनल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में अतिक्रमण को चिह्नित कर लें। उन्हें हटवाकर शहर को अतिक्रमणमुक्त कराया जाए। मेयर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि आगामी एक सप्ताह में सभी लम्बित जन्म मृत्यु प्रमाण पत्रों का निस्तारण कराएं। महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया कि पेयजल व्यवस्था हेतु ट्यूबवेल लगाए जाएं। सभी वार्डो में निरीक्षण कर प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने दुर्गाकुण्ड तालाब में किए जा रहे सौन्दर्यीकरण की भी जानकारी ली। महापौर ने उद्यान अधीक्षक को निर्देशित किया कि आगामी गर्मी को देखते हुए लगाए गए पौधों की सिचाई की पूरी व्यवस्था अभी से कर ली जाए। काई पौधा सूखने न पाए। संयुक्त नगर आयुक्त कृष्ण चन्द्र को निर्देशित किया कि पार्को के अनुरक्षण हेतु उपयुक्त संस्थाओं का चयन करें। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने गृहकर जलकर सीवर कर की मानक के अनुरूप वसूली न होने पर नाराजगी व्यक्त की गयी। निर्देशित किया कि शत प्रतिशत वसूली कराएं। बैठक में अपर नगर आयुक्त दुष्यन्त कुमार मौर्य, राजीप कुमार राय, सविता यादव, बिनोद कुमार गुप्ता, संयुक्त नगर आयुक्त कृष्ण चन्द्र, जितेन्द्र कुमार आनंद, सहायक नगर आयुक्त मनोज कुमार तिवारी, अनिल यादव, मुख्य अभियन्ता मोईनुद्दीन नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा0 सुरेन्द्र कुमार चौधरी, महाप्रबन्धक जलकल अनूप सिंह, सचिव जलकल ओपी सिंह, पशु चिकित्सा अधिकारी सुरेन्द्र पाल, उद्यान अधीक्षक, पीआरओ संदीप श्रीवास्तव, जोनल स्वच्छता अधिकारी रवि चन्द्र निरंजन व वाराणसी वेस्ट सोलयूशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।