
वाराणसी में गंगा घाट पर चेकिंग कर रहे थे पुलिस कमिश्नर, अचानक पहुंचे कमरे में, नजारा देख रह गए सन्न
चन्दौली / वाराणसी में माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान को आए श्रद्धालुओं को कुछ लोगों ने गंगा आरती के नाम पर एक कमरे में बंधक बना लिया. अहिल्या बाई घाट पर एक मंदिर के कमरे में बंद करके सभी से 200 से 500 रुपये की वसूली कर डाली. पुलिस कमिश्नर कौशलराज शर्मा को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने बंधकों को छुड़वाया. पैसे भी वापस कराए. पृथ्वी साहनी समेत चार के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं. पुलिस ने आनन-फानन में चारों को गिरफ्तार किया और थाने लेकर आई.दरअसल, कमिश्नर कौशल राज शर्मा भीड़ को कंट्रोल करने के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचे . पुलिस अधिकारियों के साथ चेकिंग में जुटे थे. तभी लोगों ने उन्हें गंगा आरती के नाम पर कुछ श्रद्धालुओं को बंधक बनाए जाने की सूचना दी. कमिश्नर अपर पुलिस आयुक्त चिनप्पा के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने कमरे का दरवाजा खटखटाया. जैसे ही कमरे का गेट खुला, अंदर का नजारा हैरान करने वाला था. करीब 20 श्रद्धालुओं को बंधक बनाया गया था. पुलिस ने मौके से पृथ्वी और उसके चार साथी को पकड़ा और थाने ले गई.कमिश्नर शर्मा ने काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए लाइन में लगे श्रद्धालुओं से उनकी समस्याएं पूछीं. फिर उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक की दुकानों के कॉरिडोर और फुटपाथ अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के भी आदेश दिए. उन्होंने नगर निगम साफ सफाई रखने और 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.गंगा आरती समितियों की ओर से गंगा आरती स्थगित करने को लेकर माइक से घोषणा नहीं की जा रही थी. सभी छत्रों की लाइट जलने से घाट पर भीड़ बढ़ती गई. लोगों को लगा कि गंगा आरती होगी. ऐसे में नाराज कमिश्नर ने आयोजन समिति के कमरे खुलवाए. माइक से घाट को खाली करने के लिए घोषणा करवाई. उन्होंने समिति के आयोजकों को चेताते हुए कहा कि कल से प्रतिदिन ये अनाउंसमेंट दोपहर तीन बजे से रात्रि आठ बजे तक लगातार किया जाए.