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स्‍लॉट न म‍िलने से हवा में उड़ते रहे व‍िमान, हाइवे पर लगा घंटों जाम; कुछ यूं रही प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भीड़

वाराणसी लखनऊ रीवा-बांदा मार्ग पर बुधवार को करीब चार घंटे तक चार किलोमीटर का लंबा जाम लगा रहा। महाकुंभ मेले के बाहरी क्षेत्र में भी श्रद्धालुओं के वाहन फंसे रहे। इससे परेशान स्नानार्थियों को कई किलोमीटर तक पैदल भी चलना पड़ा। बावजूद इसके लगभग 1.19 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। मेला क्षेत्र को महाशिवरात्रि तक नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है।

महाकुंभ नगर। पावन संगम में डुबकी लगाने के लिए बुधवार को अचानक उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ से यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई। वाराणसी, लखनऊ, रीवा-बांदा मार्ग पर करीब चार घंटे तक चार किलोमीटर का लंबा जाम लगा रहा।

महाकुंभ मेले के बाहरी क्षेत्र में भी श्रद्धालुओं के वाहन फंसे रहे। इससे परेशान स्नानार्थियों को कई किलोमीटर तक पैदल भी चलना पड़ा। मंगलवार रात 12 बजे से लेकर बुधवार शाम छह बजे तक 80 हजार वाहनों ने प्रयागराज में प्रवेश किया। बुधवार को न तो कोई तिथि थी और न ही स्नान पर्व था, बावजूद इसके लगभग 1.19 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।

अब तक 56.75 करोड़ लोगाें ने लगाई डुबकी

इस संख्या को लेकर महाकुंभ में अब तक कुल 56.75 करोड़ स्नानार्थी पहुंच चुके हैं। महाशिवरात्रि तक यह संख्या 60 करोड़ के पार होने की उम्मीद जताई गई है। मुख्य स्नान पर्व समाप्त होने के बाद देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आ रही है। पुलिस अधिकारी मान रहे थे कि शनिवार और रविवार के बाद भीड़ कुछ कम हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

कल अचानक से बढ़ गई भीड़

मेला क्षेत्र पहले से शिवरात्रि तक नो व्हीकल जोन घोषित है, जिस कारण लोगों की गाड़ियों को निकटतम पार्किंग में पार्क कराया जा रहा है। बुधवार को अयोध्या, वाराणसी, लखनऊ, रीवा मार्ग की स्थिति खराब रही। मंगलवार को भीड़ में आंशिक कमी होने के बाद बुधवार को और बढ़ गई।

लगातार बढ़ रही भीड़

डीआइजी महाकुंभ वैभव कृष्ण का कहना है कि मेला में स्नानार्थियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। संगम तट भरा है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम यातायात के दृष्टिगत मेला क्षेत्र को महाशिवरात्रि तक नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है।

एयरपोर्ट पर लैंडिंग को नहीं मिल पा रहा स्लॉट

एक विमान लैंड हो रहा है। दूसरा उतरने की अनुमति मांग रहा है। तीसरा हवा में मंडरा रहा और चौथे विमान ने भी स्लाट मांगा…। यह क्रम अनवरत है। विमानों को उतरने के लिए एयरपोर्ट पर जगह नहीं मिल पा रही। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) लगातार पायलट से बात कर रहे हैं।

254 विमानों का हुआ आगमन

उन्हें उड़ान भरने, उतरने का निर्देश दे रहे हैं, उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। जो आसमान में विमान उड़ रहे हैं, उनकी भी निगरानी की जा रही है। कभी 50 विमानों के आवागमन में सिमट जाने वाला प्रयागराज एयरपोर्ट अब 250 विमानों के आवागमन का आंकड़ा पार कर चुका है। 18 फरवरी को एक ही दिन में 254 विमानों से 23,196 यात्रियों का आवागमन हुआ।

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