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*लखनऊ में होम केयर सहित दर्जनों माइक्रोफाइनेंस कम्पनियां आरबीआई के राडार पर*
*एमफिन के चैयरमेन आलोक मिश्रा माइक्रोफाइनेंस कम्पनियों की करा रहे गोपनीय जांच*
*आरबीआई के मानकों को नजरंदाज कर रही दर्जनों कम्पनियां अब तक चिन्हित,चार माइक्रोफाइनेंस कम्पनियों पर हाल ही में की गई है कार्यवाही*
लखनऊ, उत्तर प्रदेश सहित सम्पूर्ण भारत में आरबीआई के उपक्रम के अधीन एनबीएफसी के तहत माइक्रोफाइनेंस कम्पनियों का संजाल व्यापक स्तर पर फैला हुआ है जिसका उद्देश्य गरीबों को समृद्धशाली बनाने हेतु लघु स्तर पर ऋण उपलब्ध कराना होता है जिसके लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बाकायदा गाइडलाइंस जारी किया हुआ है किन्तु उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में आरबीआई की गाइडलाइंस को धता बताते हुए तमाम फाइनेंस कंपनियों ने मनमाने तरीके से ब्याज लगाकर ऋण वसूली कर रहीं हैं ऐसे में कुछ लोगों द्वारा आरबीआई के लखनऊ शाखा में इसकी शिकायत करते हुए मामलों की जांच करायें जाने की मांग की तो वहीं शिकायतों में बल देखते हुए आरबीआई की लखनऊ शाखा ने इसकी जांच एमफिन के चेयरमैन आलोक मिश्रा को भेज दिया, एमफिन के चेयरमैन आलोक मिश्रा ने बताया कि हाल ही में चार माइक्रोफाइनेंस कम्पनियों के लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है वहीं उत्तर प्रदेश के कुछ अन्य माइक्रोफाइनेंस कम्पनियों की गोपनीय जांच चल रही है, आरबीआई की गाइडलाइंस पालन न करने वाली कम्पनियों के उपर सख्त कार्यवाही की जाएगी उन्होंने टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर की जानकारी देते हुए कहा कि इस नम्बर 18001021080पर सुबह 9:30से शाम5:30तक शिकायत दर्ज कराई जा सकती है,