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इटवा के ब्लॉक संसाधन केंद्र में दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। यहां पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में कुल 92 नोडल शिक्षक भाग ले रहे हैं।
उपकरणों की पहचान
प्रशिक्षण के चौथे दिन शिक्षकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। दो कक्षा कक्षों में 46-46शिक्षकों का प्रशिक्षण चल रहा है। प्रशिक्षक अर्जुन वर्मा ने शिक्षकों को ब्रेल लिपि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने नेत्रहीन बच्चों को शिक्षा देने के लिए विशेष उपकरणों की पहचान और उनके उपयोग के बारे में बताया।
प्रशिक्षक सदानंद और सुनील सागर ने समावेशी शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कक्षा में ऐसा माहौल बनाया जाए जहां सभी बच्चे एक साथ पढ़ सकें। दिव्यांगता की पहचान के लिए विशेष किट का उपयोग किया गया। यह प्रशिक्षण समेकित शिक्षा अभियान के तहत दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण में सीखी गई बात
सभी नोडल शिक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे इस प्रशिक्षण में सीखी गई बातों को अपने-अपने विद्यालयों में लागू करें। इससे दिव्यांग और सामान्य बच्चे एक साथ शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। कार्यक्रम में ओम प्रकाश, प्रदीप कुमार, देवेन्द्र गोड समेत कई शिक्षक मौजूद रहे।