
राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग ने विश्व सुरक्षा दिवस पर जन सुरक्षा को लेकर किया चिंतन…
वर्तमान परिवेश में जन सुरक्षा को लेकर मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण … अधिवक्ता चितरंजय पटेल
वर्तमान परिवेश में जन सुरक्षा को लेकर मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है, यह बात कहते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग (विधि) के प्रदेश अध्यक्ष एवं उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने बताया कि वर्तमान स्थिति में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए शासन_प्रशासन लगभग हर क्षेत्र में जन सुरक्षा को लेकर असहाय नजर आते हैं क्योंकि लोगों की संख्या के अनुकूल शासन के पास सुरक्षा के समुचित साधन का अभाव स्वाभाविक है ऐसे स्थिति में लोग परस्पर समन्वय के साथ जन सुरक्षा को सुनिश्चित करें तभी समाज खुशहाल होगा जो मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठनों की सक्रिय सहभागिता से ही संभव है।
इन पलों में मानवाधिकार आयोग के कार्यकर्ताओं ने परस्पर विश्व सुरक्षा दिवस की बधाई देते हुए जन सुरक्षा को लेकर लोगों से परस्पर सहयोग आह्वान किया।
विदित हो कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संगठन में १९९० की महासभा में नागरिक सुरक्षा की स्मृति दिवस के रूप हर साल मार्च के प्रथम दिवस को विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने हेतु प्रस्ताव पारित किया था, तदनुसार 1 मार्च को पूरे विश्व में नागरिक सुरक्षा की रणनीतियों और लोगों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं और अन्य संकटों से लोगों और उनकी संपत्ति की सुरक्षा में नागरिक सुरक्षा उपायों के महत्व पर प्रकाश डाला जाता है।