नीमच-इंटरनेशनल सिंधी सेवा संगठन के द्वारा देश की आजादी में शामिल हुए कई वीर शहीदों में शामिल एक वीर शहीद हेमू कालानी जी के बलिदान दिवस पर सिंधी शाला विद्यालय में आयोजित ड्राइंग व अन्य प्रतियोगिताओं में 80 बच्चों को पुरस्कार वितरण किए गए।
इस अवसर पर इंटरनेशनल सिंधी सेवा संगठन की अध्यक्ष दिव्या लालवानी ने सभी बच्चों को शहीद हेमू कालानी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बताया कि हेमू कालानी जी ने मात्र 7 वर्ष की उम्र में तिरंगा लेकर अंग्रेजों की बस्ती में अपने दोस्तों के साथ क्रांतिकारी गतिविधियों की अगुवाई करने वाले इस महान देशभक्त क्रांतिकारी कलानी जी को अंग्रेजी सरकार द्वारा दिए गए प्रलोभन और प्रताड़नाएं भारत की आजादी के सपनों के संकल्प से रंच मात्र भी विचलित नहीं कर सकी उनके जीवन का एक ही सपना था कि वे अमर शहीद भगत सिंह की तरह देश की खातिर फांसी के फंदे पर झूल पाएं ओर देश हित में उनके बलिदान के लिए उनकी माता को आजाद हिंद फौज के सेनानियों द्वारा स्वर्ण प्रदान कर सम्मानित किया गया था साथ ही उनके नाम पर डाक टिकट जारी कर देशभर में उनके नामों पर कई उद्यान, मार्ग, विद्यालय एवं चौक चौराहों का नामांतरण किया गया !!
उपस्थित गण अध्यक्ष दिव्या लालवानी, सचिव कोमल भाग्यवानी, पूनम रोहिड़ा, पलक लालवानी, काजल दमेचा, एडवोकेट मीनू (माया) लालवानी, भारती मंगवानी, पायल लालवानी, मोनिका पाहुजा, रुक्मणी जेसवानी, हरदेवी मोटवानी उपस्थित रहे,,