
पिता के तमंचे से ही चलीं गोलियाँ,दो बेटियों की मौत,धारऊ दोहरी हत्या कांड में एफएसएल रिपोर्ट से खुलासा…
मैनपुरी। शहर कोतवाली क्षेत्र के धारऊ गांव में वर्ष 2020 की एक दिल दहला देने वाली घटना की गुत्थी अब लगभग सुलझती नजर आ रही है। दो सगी बहनों की हत्या के मामले में एफटीसी प्रथम कोर्ट की सुनवाई ने रफ्तार पकड़ ली है। आगरा स्थित फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है—मृत बच्चियों की हत्या जिस तमंचे से की गई,वह उनके पिता सुखदेव शर्मा से ही बरामद हुआ था।
बैलेस्टिक जांच में साफ हो गया है कि मृतकाओं के शरीर में जो गोलियां लगी थीं,वे उसी तमंचे से चली थीं,इस रिपोर्ट को अब पुलिस ने अदालत में पेश कर दिया है,अभियोजन पक्ष की ओर से वकील संजीव चौहान ने घटना में प्रयुक्त माल भी बरामद कोर्ट के सामने बरामद करा दिया है,अब इस मामले में विवेचक भानू प्रताप की गवाही के लिए 15 अप्रैल की तारीख नियत की गई है।
क्या है पूरा मामला
धारऊ गांव निवासी सुखदेव शर्मा पेशे से राजमिस्त्री है और रामलीला मैदान निवासी पवन शर्मा से उसका पुराना मेलजोल रहा है। दोनों के परिवारों में आना-जाना था। घटना से ठीक एक दिन पहले,18 मार्च 2020 को सुखदेव की पत्नी रामा देवी, पुत्री नेहा (19) अनामिका (18) और बेटा शिवेंद्र (12) पवन शर्मा के घर होली जोहारी के लिए गए थे।इसी दौरान पवन की मां का मोबाइल फोन गायब हो गया।
फोन गायब होने पर पवन के परिजनों ने संदेह जताया कि मोबाइल सुखदेव के बच्चों ने चुराया है। सुखदेव ने घर लौटकर अपनी बेटियों से इस बारे में सख्ती से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। अगले दिन, 19 मार्च को जब सुखदेव ने दोबारा पूछताछ की,तो दोनों बेटियों ने चोरी स्वीकार कर ली और मोबाइल वापस कर दिया।
बेटियों की इस हरकत से सुखदेव इस कदर गुस्से में आ गया कि पहले तो उसने दोनों की जमकर पिटाई की और फिर घर से बाहर चला गया। रात करीब 10:30 बजे वह लौटा और कमरे का दरवाजा बंद कर अपनी ही बेटियों को गोली मार दी। इसके बाद खुद ही पुलिस को सूचना देकर आत्मसमर्पण कर दिया।
मामले में सुखदेव की पत्नी रामा देवी ने अपने पति के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अब एफएसएल की रिपोर्ट और तमंचे की पुष्टि के बाद यह केस निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है।
न्याय की दिशा में आगे बढ़ता कदम
इस दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया था। अब जब जांच रिपोर्ट और सबूत अदालत में पेश हो चुके हैं, उम्मीद है कि पीड़ित परिवार को जल्द ही न्याय मिलेगा।