
संभल में पत्रकार पर जानलेवा हमला, दरोगा पर गंभीर लापरवाही के आरोप – अब तक नहीं हुई मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी
📍 संभल, उत्तर प्रदेश | विशेष रिपोर्ट – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
जनपद संभल में अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ खबरें प्रकाशित करना एक पत्रकार को भारी पड़ गया। दिनांक 6 मार्च 2025 को वरिष्ठ पत्रकार जगतपाल सिंह, निवासी गांव अझरा, थाना कैला देवी, पर खनन माफिया द्वारा जानलेवा हमला किया गया। पत्रकार को गंभीर चोटें आईं, लेकिन पुलिस ने इस मामले में न सिर्फ ढिलाई बरती, बल्कि पीड़ित की गंभीर हालत के बावजूद त्वरित इलाज और निष्पक्ष रिपोर्टिंग से भी मुंह मोड़ लिया।
बताया गया कि पत्रकार जगतपाल सिंह ने 6 मार्च को अवैध खनन पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी। उसी दिन दोपहर में नायब तहसीलदार और पूर्व खनन निरीक्षक मोहम्मद हलीम के नेतृत्व में प्रशासन ने खनन माफियाओं पर कार्रवाई की, जिसमें कई ट्रैक्टर-ट्रॉलियां पकड़ी गईं। इसी बात से खफा होकर आरोपी जयपाल सिंह (निवासी कैली पतरासी) ने पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी, जिसकी रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई।
हमले के बाद चौकी पर पहुंचा घायल पत्रकार, दरोगा ने नहीं दी मदद
हमले के तुरंत बाद जगतपाल सिंह खिरनी पुलिस चौकी पहुंचे, जहां उस समय तैनात दरोगा संदीप कुमार ने मदद करने के बजाय उनका मोबाइल जब्त कर लिया और उनके नाबालिग बेटे से तहरीर लिखवानी शुरू कर दी। पत्रकार लगातार दर्द में कराहते रहे और परिवार को बुलाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन दरोगा ने कोई मदद नहीं की। दरोगा ने बिना पत्रकार की अनुमति के बेटे से तहरीर लेकर रात 4:40 बजे अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर (मु.सं. 41/25) दर्ज कर दी, जो कि पीड़ित के अनुसार साजिश प्रतीत होती है।
मेडिकल रिपोर्ट में गड़बड़ी, री-मेडिकल में टूटी हड्डी की पुष्टि
जिला अस्पताल में मेडिकल कराए जाने के दौरान डॉक्टर द्वारा जानबूझकर एक्स-रे न कराना और हल्की चोटें दिखाना भी इस केस की गंभीरता को दबाने का प्रयास बताया जा रहा है। बाद में जिलाधिकारी के आदेश पर दो सदस्यीय मेडिकल पैनल द्वारा कराए गए री-मेडिकल में पत्रकार के बाएं हाथ में हड्डी टूटने (फ्रैक्चर) की पुष्टि हुई। बावजूद इसके अभी तक मुख्य आरोपी जयपाल सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
अब भी खुला घूम रहा है आरोपी, पत्रकार की अपील – “योगी सरकार की छवि पर सवाल न उठे”
पत्रकार जगतपाल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रमुख सचिव गृह श्री संजय प्रसाद, और विशेष कार्याधिकारी एनकेएस चौहान से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी हो, संबंधित दरोगा संदीप कुमार पर लापरवाही और साजिश का मुकदमा दर्ज हो, और पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए।
📝 पीड़ित पत्रकार का बयान:
“मेरे साथ न्याय तभी संभव होगा जब दोषी माफियाओं को जेल भेजा जाए और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई हो। वरना प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा सिर्फ़ कागज़ी साबित होगी।”
✍️ रिपोर्ट: एलिक सिंह
संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उत्तर प्रदेश महामंत्री – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
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