
मसलिया प्रखंड के गुमरो पंचायत अंतर्गत बसमत्ता गांव में निजी नेटवर्क मोबाइल कंपनी द्वारा लगाए गए टावर में लंबे समय से नेटवर्क न रहने से परेशान ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। ग्रामीणों ने टावर का निरीक्षण करने आए एक कंपनी कर्मी को पकड़कर बंधक बना लिया। ग्रामीणों का कहना है कि नेटवर्क नहीं रहने के कारण बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई, स्कूल की आईसीटी लैब, बैंकिंग सेवाएं, सीएसपी केंद्र, जन वितरण प्रणाली जैसी जरूरी सेवाएं ठप हो गई हैं। एसबीआई बसमत्ता के कर्मचारी अंकित कुमार ने बताया कि बैंक के रोजमर्रा के कार्यों में काफी कठिनाई हो रही है। स्थानीय उपभोक्ताओं ने बताया कि वे हर माह ₹3000 तक का रिचार्ज जिओ फाइबर व मोबाइल डेटा में खर्च करते हैं, लेकिन नेटवर्क नहीं रहने से यह रकम व्यर्थ चली जाती है।ग्रामीण आनंद दास, बुधु राणा, लालू गोराईं, मंटू सिंह, मितेन दास, जयप्रकाश दास, काजल दास, भूमेश्वर मिर्धा, बुद्धदेव दास, सपन भंडारी और धनंजय दास सहित अन्य लोगों ने बताया कि बंधक बनाने का उद्देश्य किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था, बल्कि कंपनी के अधिकारियों तक जनता की परेशानी को पहुंचाना था। इस संबंध में जब दुमका स्थित नेटवर्क टीम के सदस्य नरोत्तम कुमार से बात की गई, तो उन्होंने आश्वस्त किया कि पांच दिनों के भीतर सभी तकनीकी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा।
ग्रामीणों की मांग है कि यदि तय समय में नेटवर्क सेवा बहाल नहीं होती है, तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।