चिलिका/तांगी.12/03 (अशोक कुमार पाईकराय रिपोर्ट.) 1964 में स्थापित कुहुडी और रेलवे स्टेशन पर रेल यात्रियों को होने वाली भारी कठिनाइयों के कारण जनता में असंतोष उत्पन्न हो गया है। पूर्व में विभागीय अधिकारियों की उदासीनता से परेशान होकर स्थानीय लोगों ने विभागीय अधिकारियों, रेल मंत्री व स्थानीय सांसद को बार-बार मांग पत्र दिया है, लेकिन अपेक्षित हो कर सफलता नहीं मिली है। परिणामस्वरूप ऐसा प्रतीत हो रहा है कि स्थानीय लोगों द्वारा एक जन आन्दोलन खड़ा करने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। टांगी ब्लॉक और चिल्का ब्लॉक दोनों की 12 पंचायतों की लक्षित आबादी इस रेलवे स्टेशन पर निर्भर है। इसमें रतनपुर, कुहुड़ी, कुंजुरी, मानसिंहपुर, सोरन, चंदेश्वर, हाटबरड़ी, बिरिबाड़ी, छकड़ीपुर, हरिपुर, पेरियोराड, रामचन्द्रपुर और पटीया पंचायत हैं। कोविड-19 की महामारी से पहले यहां पुरी तिरुपति एक्सप्रेस और हीराखंड
एक्सप्रेस चलती थीं, लेकिन करोना वायरस फैलने के कारण इन ट्रेनों को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया था। लेकिन स्थिति सामान्य होने के बाद भी आज तक इन हाईस्पीड ट्रेनों को सुविधा नहीं मिलने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।. आज कुहुड़ी रेलवे स्टेशन पर एक आवश्यक बैठक में कुहुड़ी रेलवे मंगल समिति के सदस्य, शताधीक मिशन शक्ति महिला, एसएचजी महिला सदस्य, भारतीय पूर्व सैन्य महासंघ के सदस्य, बुद्धिजीवी, शिक्षक, सामाजिक सेवा नेता, युवा समूह और पत्रकार एक साथ शामिल होंगे। रेल विभाग की उदासीनता के खिलाफ आवाज उठायें।.जरूरत पड़ने पर क्रांतिकारी रवैया अपनाने का निर्णय लिया गया है।. बैठक में सर्वसम्मति से न्यूनतम आवश्यकताओं पर सहमति बनी।. पहले की तरह प्रशांति एक्सप्रेस, जूनागढ़ एक्सप्रेस, पुरी अहमदाबाद एक्स्प्रेस के साथ हीराखंड एक्सप्रेस और तिरूपति एक्सप्रेस की सुविधा और अहमदाबाद एक्सप्रेस, ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस के आवास के लिए दावे प्रस्तुत किए गए हैं।