
कार्बन जीरो का वैश्विक लक्ष्य 2050 प्राप्त करने में प्रधान, सचिव और पंचायत सहायक की महत्वपूर्ण भूमिका- राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर
-पंचामृत भारत का जलवायु कार्रवाई में अभूतपूर्व योगदान
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-बरेली और पीलीभीत के प्रधान, सचिव के दो बैच संपन्न
भरतौल (बरेली)। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के अंतर्गत पंचायत लर्निंग सेंटर ग्राम पंचायत भरतौल में बरेली मंडल के बरेली और पीलीभीत जनपद के ग्राम प्रधान और सचिव का एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रथम एवं द्वितीय बैच में स्थानीय सतत विकास लक्ष्य की थीम नेट जीरो कार्बन पर उपनिदेशक पंचायत महेंद्र सिंह के दिशा निर्देशन में हुआ। राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने प्रशिक्षण के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि कार्बन जीरो का वैश्विक लक्ष्य 2050 प्राप्त करने में प्रधान, सचिव और पंचायत सहायक की महत्वपूर्ण भूमिका है। जिससे पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। पांचों प्रतिबद्धता पर चर्चा करते हुए पंचामृत के महत्व को बताया और कहा कि पंचामृत का भारत की जलवायु कार्रवाई में अभूतपूर्व योगदान है। पीआरआई कार्बन तटस्थ बनकर जलवायु परिवर्तन से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है कुछ तरीके जिनसे पीआरआई मदद कर सकती है उन पर चर्चा करते हुए नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाना, वनीकरण, कार्बन खेती, बहु स्तरीय कृषि वानिकी, खाद्य वन, स्माग टावर को समझाया और कहा कि 2030 तक 50% कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। कार्बन फुटप्रिंट को समझाते हुए उसके मुख्य स्रोत ऊर्जा खपत, परिवहन, कृषि, वन एवं भूमि उपयोग, कचरा प्रबंधन पर चर्चा की। कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के उपाय भी बताएं। कार्बन सिंक पर चर्चा करते हुए उसके महत्व को बताया और प्राकृतिक कार्बन, क्रत्रिम कार्बन सिंक पर जानकारी दी। उन्होंने सतत् विकास लक्ष्यों के 17 गोल पर चर्चा कर कम लागत, बिना लागत के कार्यों पर प्रकाश डाला। द्वितीय बैच में जनपद बरेली के विकासखंड फरीदपुर, फतेहगंज पश्चिमी, क्यारा, मझगवां, मीरगंज, नवाबगंज, रामनगर, शेरगढ़ की तीन ग्राम पंचायत के प्रधान और सचिव को प्रशिक्षण देते हुए राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने थीम नेट जीरो कार्बन ग्राम पंचायत क्या, क्यों, कैसे पर ब्रेन स्टॉर्मिंगचर्चा और पीपीटी के माध्यम से समझाया। मॉडल ग्राम पंचायत भरतौल का उदाहरण देते हुए भी समझाया गया। मंडलीय परियोजना प्रबंधक सचिन देव, स्वच्छ भारत मिशन के मंडलीय सलाहकार राजपाल सिंह, अमित तोमर आदि ने राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रश्नावली एवं तकनीकी जानकारी पर चर्चा कर पंचायत विकास सूचकांक को समझाया। प्रथम एवं द्वितीय बैच में सामूहिक रूप से राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर, अशोक कुमार सिंह, राजपाल सिंह, सचिन देव, रुपेंद्र पटेल ने खुला सत्र आयोजित करते हुए प्रतिभागियों की जिज्ञासाएं एवं इस विभाग से सहयोग पर चर्चा की। प्रशिक्षण का मूल्यांकन एवं फीडबैक के उपरांत समापन किया गया। प्रशिक्षण में प्रमुख रूप से प्रधान संजय सिंह, मुकेश प्रताप सिंह, विनीता सिंह, पूजा, राहुल सिंह, विद्याराम, बबलू, लल्ला बाबू, शकुंतला देवी, वर्षा, रतीभान सिंह, सचिव प्रदीप कुमार राणा, शिवानी सिंह, दीपा सैनी, सूरज पाल सिंह, शुभम कुमार, उत्तम कुमार, राहुल राना, श्री कृष्णा पंचायत सहायक गौरव, विवेक कुमार सहित जनपद बरेली के प्रत्येक विकास खंड से तीन ग्राम पंचायत एवं पीलीभीत के दो विकासखंड के प्रधान, सचिव, पंचायत सहायक ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण को सफल बनाने में भरतौल की ग्राम प्रधान प्रवेश, पूर्व प्रधान रीतराम, पंचायत सहायक निशा का विशेष योगदान रहा।