
थाना प्रभारी द्वारा माले नेता से अभद्र व्यवहार करने पर भाकपा माले कार्यकर्ता अनशन पर बैठे
भोरे गोपालगंज
भोरे थाना प्रभारी द्वारा माले नेता के साथ अभद्र व्यवहार करने पर भोरे पंचायत परिसर में भाकपा माले द्वारा आमरण-अनशन बैठ जाने की बात सामने आई है, दर असल अरविंद सिंह गोलीकांड में संलिप्त अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर शनिवार को प्रतिवाद मार्च निकाला गया था, और उसमें थाना प्रभारी की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाया गया था, जो भोरे थाना प्रभारी को हज़म नहीं हुआ और रविवार को किसी काम से जिला परिषद सदस्य के पति भोरे थाना पहुंचे थाना परिसर में थाना अध्यक्ष द्वारा अमर्यादित व्यवहार करते हुए निरीक्षक से भाग जाने के लिए बोले, जिससे नागरिकों की भावना को ठेस पहुंची, इस घटना से नाराज जिला परिषद सदस्य ललिता चौहान,राधव प्रसाद सिंह (फैक्स अध्यक्ष बनकटा),धमेंद्र चौहान,डोमनपुर पंचायत के मुखिया कमलेश प्रसाद,एवं भोरे पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अर्जुन सिंह आमरण-अनशन पर बैठ गए, क्या लोकतंत्र में आपकी हक के लिए शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना गुम है? न्याय नगर पालिका एवं पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा अनेकों बार निर्देश दिए गए हैं, जनता से पुलिस शालिनता उन्मुख होकर पेश आई है, जनता के सहयोग के लिए पुलिस रखी गई है, लेकिन पुलिस अगर इस तरह की प्रतिक्रिया देगी तो पुलिस पर से भरोसा उठेगा! पुलिस का पुराना नाम है “कानूनी जांच और आपराधिक मामले की स्थिति के लिए सार्वजनिक अधिकारी” और उसकी आम लोगों के प्रति शालिनता एवं अपराधियों के प्रति शक्ति होनी चाहिए! लेकिन यह तो दुर्भाग्य है कि
आम जनता, समाजसेवी, पत्रकार, समाजसेवियों से बर्बरतापूर्ण तरीके से पेश आना तक सही है?