
अहमदनगर जिला कलक्टर सिद्धराम सालिमथ ने जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित संचालन समिति की बैठक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर 14 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलने वाली ‘स्वच्छता ही सेवा’ पहल को क्रियान्वित करने की अपील की।
उन्होंने इस गतिविधि में समाज के सभी वर्गों को शामिल करने के निर्देश भी दिये।कलेक्टर ने कहा कि अभियान के दौरान ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ की अवधारणा पर आधारित विभिन्न गतिविधियां संचालित की जानी है। इस अवधि में ग्राम स्तर पर स्थाई रूप से अस्वच्छ स्थानों की सफाई करायी जाये। ग्राम स्तर पर सभी गतिविधियों की उचित योजना बनाई जानी चाहिए। किसी शहर या गांव में प्रवेश करते समय सड़क के दोनों ओर का कूड़ा-कचरा साफ करना चाहिए। पीढ़ी के बिंदु पर पृथक्करण पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। शहर के सार्वजनिक स्थानों, कार्यालयों, संस्थागत भवनों, वाणिज्यिक और बाजारों, सार्वजनिक परिवहन केंद्रों, प्रमुख सड़कों और राजमार्गों, पर्यटन स्थलों, रेलवे स्टेशनों, धार्मिक, आध्यात्मिक स्थानों की सुंदरता को बिगाड़ने वाले गंदे स्थानों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। प्राणी संग्रहालयों, राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में ऐतिहासिक संरचनाओं, विरासत स्थलों, नदी तटों, घाट नालों की सफाई के लिए एक दिवसीय श्रमदान गतिविधियाँ आयोजित की जानी चाहिए। इसमें एनएसएस, एनसीसी, स्वयं सहायता समूह, ग्रामीण और सरकारी अधिकारी-कर्मचारी भाग लें। 2 अक्टूबर को स्वच्छता दिवस मनाया जाएगा और ‘स्वच्छ माझे आंगन’ अभियान के तहत ग्रामीणों को सम्मानित किया जाएगा. ग्रामीणों को इस गतिविधि की जानकारी दी जाए और स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाए। सभी गतिविधियों में जन प्रतिनिधियों को शामिल किया जाना चाहिए। कलेक्टर सालिमथ ने सिंगल प्लास्टिक का उपयोग न करने, गीला-सूखा कचरा अलग-अलग करने, ‘एक पेड़ मां के नाम’ गतिविधियों आदि के बारे में जन जागरूकता लाने के निर्देश दिये।जिला कलक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि ग्राम पंचायत क्षेत्र में कार्यरत सफाई कर्मचारियों एवं उनके आश्रित परिवारों की जांच कर अभियान में सफाई कर्मचारियों अथवा उनके उत्तराधिकारियों को लाभ अथवा सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाए टेलीविजन प्रणाली के माध्यम से जिले के अधिकारी और नगर पालिकाओं के प्रमुख उपस्थित थे!