
राजस्थान में नागोर जिले के खरनालिया गांव मे नागवंशीय क्षत्रिय जाट परिवार में हुआ तेजा जी का जन्म, इनके पिता का नाम ताहड़ देव और माता का नाम राम कंवरी था ये भगवान शिव के उपासक थे भाद्र पद शुक्ल पक्ष नवमी की पूरी रात मंदिरो में रातीजगा करने के बाद दूसरे दिन दशमी को जिन-जिन स्थानों पर वीर तेजाजी के मंदिर हैं, मेला लगता है, जहां कई गांवों में निशान सजाए जाते है फिर उनकी पूजा करते हुए वीर तेजाजी महाराज के मंदिर पर लाया जाता है जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं मांगने आते हैं और अगले वर्ष मनोकामना पूरी होने पर निशान सजाते है बहुत से श्रद्धालु नारियल चढ़ाने एवं बाबा की प्रसादी ग्रहण करने तेजाजी मंदिर में आते हैं, महू विधान सभा के कई गांव अंवलाय,जामली, कमतपुर खेड़ी सिहोद में आज तेजा दशमी के दिन मेला लगा और मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और हवन पूजन कर निशान यात्रा निकाली गई,l
ocation अंवलाय व अन्य गांवMhow vande Bharat Live TV Reporter Dharmendra Singh Rajput