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नियोजित शिक्षकों के साथ प्रभार मामले में सरकार भेदभाव करना बंद करें एवं आनलाइन उपस्थित दर्ज करने की प्रक्रिया को यथाशीघ्र समाप्त करे – जिलाध्यक्ष

नियोजित शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा दे राज्य सरकार — मंटु

आरा। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ भोजपुर इकाई द्वारा 15 सूत्री मांगों को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष जेपी स्मारक के पास एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु एवं संचालन उपाध्यक्ष परमेश्वर पासवान ने किया। धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष मंटु ने कहा कि राज्य सरकार सदैव नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार करती है। जबकि नियोजित शिक्षक दो दशक से सरकारी विद्यालय का संचालन सफलता पूर्वक कर रहे हैं। सरकार को बिना शर्त नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देना चाहिए। मंटु ने कहा कि शिक्षक नियोजन नियमावली में 12 वर्ष पर कालबद्ध प्रोन्नति, 08 वर्ष पर स्नातक ग्रेड में प्रमोशन एवं 05 वर्ष की सेवा पर प्रधानाध्यापक में प्रोन्नति का प्रावधान है। जबकि सरकार इससे नियोजित शिक्षकों को इससे वंचित रखना चाहती है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षकों को तंग तबाह करने के लिए ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है जो सरासर ग़लत है।इसे कभी बर्दाश्त नही किया जा सकता। सरकार 2003 से 2022 तक की बहाल शिक्षकों को 2024 के बहाल शिक्षकों से कनीय मानते हुए प्रभार देने की बात कर रही है। धरना के माध्यम से सरकार का ध्यान 15 सूत्री मांगों पर आकृष्ट कराया गया।मुख्य मांगो मे नियोजित शिक्षकों को 08 वर्ष पर बेसिक ग्रेड से स्नातक ग्रेड में प्रमोशन एवं 12 वर्षों पर कालबद्ध प्रोन्नति का लाभ देने, नियोजित शिक्षकों को सेवा निरंतरता का लाभ सुनिश्चित करने, नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने, नियोजित शिक्षकों के विद्यालय प्रभार मामले में निकाले गए विभागीय पत्र को स्थगित करने, ऐच्छिक स्थानांतरण का लाभ देने, शिक्षकों का आनलाईन उपस्थिति बंद करने, सक्षमता परीक्षा को लेकर हुए आन्दोलन में जिले के सैकड़ों शिक्षकों का एक सप्ताह का वेतन काट लिया गया है उनका भुगतान यथाशीघ्र करने, मृत शिक्षकों के आश्रित को मुआवजा की राशि एवं अनुकंपा का लाभ ससमय देने, नव नियुक्त शिक्षकों का सर्विस बुक का सत्यापन कर वेतन निर्धारण के साथ भुगतान किए जाने, अप्रशिक्षित शिक्षकों को तत्काल प्रशिक्षण की ब्यवस्था कर उनकी नौकरी बहाल रखते हुए वेतन भुगतान किए जाने, जिले के कोषागार एवं गैर कोषागार शिक्षकों का सभी तरह का एरियर भुगतान तत्काल किये जाने, विद्यालय की समय सारणी 10 से 04 करने साथ ही शनिवार को विद्यालय का संचालन पूर्व की भांति 12 बजे मध्यांतर तक करने, विद्यालयों के लिए जारी वर्ष 2024 की अवकाश तालिका में जुटे रविवारीय अवकाश को संशोधित करते हुए नवरात्र, दीपावली एवं छठ महापर्व में कम किए गए अवकाश को संशोधित करने, शारीरिक अनुदेशक को भी शारीरिक शिक्षक की भांति सुविधा दिए जाने और सकड्डी नासरीगंज रोड प्रायः दिन बालु लदे ट्रको से जाम रहने के कारण विद्यालय समय से पहुंचने की जल्दी में प्रतिदिन दुर्घटना होती रहती है या होने की संभावना बनी रहती है। इससे निजात दिलाने का प्रयास किए जाने जैसे मांगे शामिल हैं।
वहीं कोषाध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रसाद एवं जिला उपाध्यक्ष परमेश्वर पासवान ने कहा कि 15 सूत्री मांगों पर सरकार एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी गंभीरता से विचार कर अग्रेत्तर कारवाई करें वर्ना संघ द्वारा वृहद आंदोलन की जाएगी जिसकी सारी जवाबदेही जिला शिक्षा कार्यालय की होगी। धरना कार्यक्रम में संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह मंटु, उपाध्यक्ष परमेश्वर पासवान, नन्द किशोर सिंह, कोषाध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रसाद, जिला सचिव उपेन्द्र कुमार सिंह, उपाध्यक्ष परमेश्वर पासवान, नन्द किशोर सिंह, मोहम्मद सदाकत हुसैन, प्रखण्ड अध्यक्ष क्रमशः किंग अभिषेक क्षत्रप , विजय सिंह, निर्भय कुमार सिंह , अरुण कुमार सिंह उर्फ गोरखनाथ सिंह, सत्येन्द्र दुबे ,लाल बाबु सिंह, सचिव जयप्रकाश ठाकुर, मोहम्मद आफताब अहमद, ओमप्रकाश, संजय भास्कर, हरेन्द्र कुमार, राजेन्द्र यादव, शिक्षिका अनिता कुमारी, सीमा कुमारी, बन्दना कुमारी, कंचनमाला कुमारी, आशा कुमारी, नेशनल परिषद सदस्य अजय पासवान, निर्मल कुमार, कृष्ण देव तिवारी, भोला सिंह, गणपति प्रसाद, मोहम्मद आलमगीर, शशिभूषण पाल, विरेन्द्र कुमार सिंह, सुनिल कुमार, हरेन्द्र कुमार सिंह, वृन्दावन दूबे, ईश्वर शरण यादव, नागेन्द्र प्रसाद धानुक, कमलेश कुशवाहा सहित सैकड़ों शिक्षक – शिक्षिका उपस्थित थे।

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