
भारत और न्यूजीलैंड की टीमों के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड में खेला जा रहा है. पहला मैच गंवा चुकी टीम इंडिया को सीरीज में बना रहना है तो इस मुकाबले को हर हाल में जीतना होगा. इस अहम मैच के लिए टीम इंडिया 3 बड़े बदलावों के साथ मैदान पर उतरी है. शुभमन गिल प्लेइंग 11 में लौट आए हैं. वहीं, आकाश दीप को भी खेलने का मौका मिला है. इसके अलावा एक खिलाड़ी की लगभग 3 साल के बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी हुई है. लेकिन इस खिलाड़ी को मौका मिलने पर दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने सवाल उठाए हैं.
1329 दिन के बाद टेस्ट टीम में हुई वापसी
न्यूजीलैंड के खिलाफ इस मैच के लिए रोहित शर्मा ने बड़ा फैसला और स्टार ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को प्लेइंग 11 में जगह दी. वॉशिंगटन सुंदर सीरीज की शुरुआत से पहले टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन दूसरे मैच से पहले ही उन्हें स्क्वॉड में शामिल किया गया था. इससे पहले वॉशिंगटन सुंदर ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच साल 2021 में खेला था. बता दें, न्यूजीलैंड की टीम में लेफ्ट हैंड बल्लेबाज ज्यादा हैं, ऐसे में सुंदर असरदार साबित हो सकते हैं. इसके साथ-साथ वह अच्छी बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते हैं. उन्होंने इस मुकाबले में कुलदीप यादव की जगह ली है, जिससे सुनील गावस्कर सहमत नहीं हैं.
सुनील गावस्कर ने सुंदर की जगह पर उठाए सवाल
सुनील गावस्कर का कहना है कि न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के बल्लेबाजों की वजह से सुंदर को टीम में जगह नहीं मिली है, सुंदर का चयन उनकी बल्लेबाजी के कारण हुआ और भारत अपने निचले क्रम को लेकर चिंतित है. गावस्कर ने पहले दिन कमेंट्री में कहा, ‘सुंदर का चयन बताता है कि भारतीय टीम अपनी बल्लेबाजी को लेकर चिंतित थी. वह सिर्फ अपनी ऑफ स्पिन के कारण नहीं बल्कि इसलिए भी टीम में है क्योंकि वह निचले क्रम में ज्यादा रन बना सकते है. हां, मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी लाइन-अप में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की संख्या के बारे में बहुत चर्चा हुई है, लेकिन अगर मुझे ऐसा करना होता तो मैं कुलदीप यादव जैसे किसी अन्य खिलाड़ी को चुनता , जो बाएं हाथ के बल्लेबाजों से गेंद को दूर कर सकते हैं. वह बल्ले से भी अच्छे हैं. जाहिर है, वह सुंदर जितना बड़ा स्कोर नहीं कर सकतें.’
हाल ही में रणजी ट्रॉफी में जड़ा शतक
बता दें, वॉशिंगटन सुंदर हाल ही में रणजी ट्रॉफी में खेल रहे थे. यहां उन्होंने एलीट ग्रुप D मे दिल्ली की टीम के खिलाफ कमाल का प्रदर्शन किया था. उन्होंने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 269 गेंदों पर 152 रन बनाए, इस दौरान उन्होंने 19 चौके और 1 छक्का जड़ा. इसके बाद उन्होंने पहली पारी में दिल्ली के दो बल्लेबाजों को भी आउट किया. इसके अलावा सुंदर इस मैच से पहले टीम इंडिया के लिए 4 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. इस दौरान उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में छह पारियों में तीन अर्धशतक लगाए हैं और उनका औसत 66.25 है. इसके अलावा 6 विकेट भी झटके हैं.
ये रही खास रणनीति
दरअसल, कुलदीप यादव बाए हाथ से लेग स्पिन गेंदबाजी करते हैं। कुलदीप के पास काफी वेरायटी है, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम मैनेजमेंट ने जो रणनीति बनाई, उसमें कुलदीप यादव नहीं ब्लकि वॉशिंग्टन सुंदर सटीक बैठे। रणनीति के मुताबिक, कीवी टीम के टॉप बैटिंग ऑर्डर में बाए हाथ के बल्लेबाज हैं।
ओपन करने वाले कप्तान टॉम लॉथम और डेवोन कॉन्वे लेफ्टी हैं। मीडिल ऑर्डर में रचिन रवींद्र तो लोअर मीडिल ऑर्डर में मिचेल सैंटनर भी लेफ्ट हैंड बैटर हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ऑफ स्पिन खेलने में मुश्किल होती है। टीम में पहले से आर. अश्विन मौजूद थे , लिहाजा उनकी ताकत बढ़ाने के लिए वॉशिंग्टन सुंदर को खिलाया गया और रणनीति बिलुकल सटीक बैठी। वॉशिंग्टन सुंदर ने अकेले ही 7 कीवी बैटर्स को शिकार बनाया। इसके चलते पूरी टीम 259 रन पर ऑल आउट हो गई।
सुंदर की 3 साल बाद जबरदस्त वापसी
वॉशिंग्टन सुंदर को 3 साल बाद टेस्ट की टीम में जगह मिली। उन्होंने इस शानदार तरीके से फायदा उठाया और जबरदस्त कमबैक किया। पुणे में 7 विकेट लेकर उन्होंने अलग छाप छोड़ी है। कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट के फैसले को उन्होंने सही साबित कर दिया।