
1) भाई के राजनीतिक विरासत पर चुनाव जीतना शत्रुघ्न महतो के लिए आसान नहीं ___15 वर्षों में बाघमारा विधानसभा के बरोरा क्षेत्र अंतर्गत में विकास की फुलझड़ी दिखती है, जिस तरह चीटाही गांव में रामराज मंदिर का निर्माण होना ,चीटाही गांव में जाने के लिए पुल का निर्माण होना, चीटाही गांव के समीप रेल साइडिंग का कार्य के लिए रेल पटरी विछाया जाना, चीटाही गांव स्थित रामराज मंदिर पहुंचने के लिए फोर लाइन सड़क का निर्माण होना , पूरे 15 साल कार्यकाल में कभी वार्ड पार्षद नगर निगम मेयर , प्रमुख, उप प्रमुख, जिला परिषद ,जिला परिषद का अध्यक्ष बनने को लेकर स_समय पहल करते रहना ,
क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर रामराज मंदिर से लेकर आस पास के क्षेत्र में बड़े-बड़े बाउंड्री वॉल को लेकर विरोध रैयतो का प्रदर्शन होते रहना। ऐसे में रैयत भाजपा को वोट करने पर विवश दिखेंगे। पूर्व विधायक सह धनबाद सांसद के विरासत पर आज शत्रुघ्न महतो चले हैं वोट मांगने ऐसे में जनता इन्हें वोट देने में कितना खरा उतरते हैं ए तो चुनाव काउंटिंग के बाद ही पता चल सकेगा।
2) कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी जलेश्वर महतो पूर्व के विधायक व मंत्री रहे 10 साल कार्यकाल में विकास कार्यों पर चुनाव जीतना आसान होगा ____ श्री महतो को कांग्रेस पार्टी ने 2019 में कम अंतर से हार को देखते हुए जलेश्वर महतो को दुबारा टिकट दिया गया है ऐसे में क्षेत्र से गायब रहने वाले प्रत्याशी जलेश्वर महतो को जनता वोट करेगी , लेकिन देखने वाली बात है की वर्तमान में सांसद के चुनाव में आजसू+भाजपा के चंद्र प्रकाश चौधरी भी क्षेत्र से 5 साल गायब रहे थे,इसके बाद भी 2024 के चुनाव में काफी वोटो से संसदीय क्षेत्र गिरिडीह से जीत दर्ज किया है।
3) कांग्रेस पार्टी के लिए सिर दर्द बने ___निर्दलीय प्रत्याशी रोहित यादव जो राष्ट्रीय जनता दल से छोड़कर कांग्रेस पार्टी के सदस्यता ग्रहण कर टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी बनाना कहां तक उचित है यह तो चुनाव काउंटिंग के बाद ही पता चल सकेगा, लेकिन भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों को नींद तो उड़ा दिया है अब देखना है की जनता इस बार राष्ट्रीय पार्टी को वोट ना कर निर्दलीयों को वोट करती है , अगर ऐसा हुआ तो बाघमारा में इतिहास लिखा जाएगा। ऐसे जब-जब बाघमारा में राजनीतिक संकट पैदा हुआ है तब तब बाघमारा की जनता बदलाव के मूड बनाया है!
4) सूरज महतो कई राजनीतिक पार्टी से घूम कर एक नई ऊर्जा के साथ जनशक्ति पार्टी का निर्माण किया, लेकिन अपना ही किए हुए कार्य पर भरोसा ना रखते हुए चुनाव के चंद समय में समाजवादी पार्टी से टिकट लेकर नामांकन कराया है, ऐसे में सूरज महतो को किस नजरिए से बाघमारा की जनता देख रही है यह तो काउंटिंग के बाद ही आईने के शीशे में साफ हो पाएगा। लेकिन सूरज महतो अपने कार्य क्षेत्र में जमीन का कारोबार करने में स _समय दिया है, लेकिन एक वर्षों में जनता के बीच में धुआंधार मिलने जुलने का जो सिलसिला सूरज महतो ने रखा है उस भरोसे चुनाव जीतने की सपना है ए कितना सच साबित होगा यह तो बाघमारा की जनता पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट:अभिषेक