
आलापुर(अंबेडकरनगर)। आयुर्वेद में प्रत्येक ऋतु के अनुसार शरीर को स्वस्थ रखने के उपाय बताए गए हैं। ठंड में भी कुछ नियमों का पालन करके पूरी तरह से स्वस्थ रहा जा सकता है। ये बातें डॉ. सीमा प्रजापति ने कहीं।
वे सोमवार को सुमित्रा देवी गायत्री आयुर्वेदिक चिकित्सालय आलापुर में आए लोगों को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि अन्य मौसम के मुकाबले ठंड का सीजन स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा होता है। आयुर्वेद में भी इस विषय को बताया गया है कि ठंड के समय में हमारी पाचन शक्ति बहुत ही अच्छी होती है। सर्दियों में अपनी लाइफस्टाइल को हम बदल देते हैं। इससे स्वयं के शरीर को हानि पहुंचाते हैं और बीमार होते हैं। आयुर्वेद में बताए गए कुछ नियमों का पालन यदि आम आदमी कर ले तो ठंड के मौसम का आनंद उठाते हुए स्वस्थ रह सकता है। उन्होंने बताया कि ठंड के दिनों में व्यक्ति के शरीर में आलस आ जाता है। व्यक्ति आराम पसंद करने लगते हैं। इसलिए ठंड के दिनों में आलसपन से बचें। ठंड के दिनों में शरीर पर तेल की मालिश बेहद जरूरी होती है। सुबह नहाने के पहले तिल के तेल या सरसों के तेल का उपयोग कर शरीर की मालिश करनी चाहिए । साथ ही ठंड के दिनों में धूप लेना भी आयुर्वेद में बेहद जरूरी बताया गया है। तेल से मालिश के बाद हल्की धूप में 5-10 मिनट बैठना चाहिए। फिर स्नान करना चाहिए। ठंड के दिनों में शरीर को गर्म रखने के लिए भी आयुर्वेद में उपाय बताए गए हैं। उसमें सबसे सरल उपयोग यह है कि अदरक, काली मिर्च, लौंग जैसी चीजों को खाने में उपयोग करें। इससे शरीर को गर्मी मिलेगी। ठंड के समय चावल खाने से कफ की वृद्धि होती है। ऐसे में चावल खाने से थोड़ा परहेज करना चाहिए। चावल खाना हो तो दिन के समय खा सकते हैं।