
डुमरियागंज के सोनखर गांव स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में जीर्णोद्धार के बाद पहला धार्मिक आयोजन शुरू हुआ। दो दिवसीय इस कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार को भव्य कलश यात्रा से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल हुए।
सुबह 9 बजे से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगना शरू हो गया। गाजे-बाजे के साथ श्रीराम के जयकारों
के बीच कलश यात्रा सोनखर गांव से धनुवाडीह स्थित राप्ती तट तक निकाली गई। श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ राप्ती नदी से कलशों में जल भरा।
कार्यक्रम आयोजन समिति के सदस्य विक्की वरूण के अनुसार, मंदिर में वापस लौटने के बाद आचार्य जनार्दन द्विवेदी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापना की। इसके साथ ही अखंड रामायण पाठ का आयोजन भी शुरू किया गया। कार्यक्रम का समापन मंगलवार को भंडारे के साथ होगा।इस अवसर पर प्रधान संघ अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय (छोटे), विरेन्द्र दूबे, अभिषेक पाल, रामपाल, राम करन, देवेन्द्र, देवीदिन, राधेश्याम, राम कुमार और शनि सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।