
मऊगंज जिले में स्थित देवतालाब का शिव मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। इस मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर लाखों श्रद्धालु पहुंचकर दर्शन प्राप्त करते हैं। एवं अपनी मन्नतें भगवान भोलेनाथ से मांगते हैं।
मंदिर से जुड़ी मन्यता – ऐसा माना जाता कि यह विशाल मंदिर एक ही पत्थर से बना हुआ है। तथा इस मंदिर का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने स्वयं एक रात में किया है। ऐसा कहा जाता है कि रात को मंदिर नहीं था सुबह लोगों ने देखा तो यहां पर विशाल मंदिर बना हुआ मिला था।
शिव मंदिर के आसपास कई तालाब – शिव नगरी देवतालाब के नाम में ही तालाब का होना यह दर्शाता है कि यहां पर कई तालाब विद्यमान हैं। शिव मंदिर के पास जो तालाब है उसको शिव कुंड के नाम से जाना जाता है। इस शिव कुंड से जल लेकर के भगवान भोलेनाथ को अर्पित करते हैं।
मंदिर के नीचे दूसरा मंदिर का होना – धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर के नीचे शिव का दूसरा मंदिर है। जिसमें चमत्कार करने वाली मणि है। कई साल पहले मंदिर के तहखाना से सांप बिच्छुओं के लगातार निकलने के कारण मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया गया।