
- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने में आशा की अहम भूमिका- अमित तोमर राज्य प्रशिक्षक
-नवीन आशाओं का आठ दिवसीय प्रशिक्षण जारी
बदायूं। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने में आशा की अहम भूमिका है। उक्त विचार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने महिला जिला अस्पताल परिसर के अचल प्रशिक्षण केंद्र पर नवीन आशाओं के आठ दिवसीय प्रशिक्षण के छठे दिवस के समापन पर प्रशिक्षण देते हुए कहे। छठे दिवस का शुभारंभ राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने सामूहिक रूप से ईश वंदना द्वारा कराया। तदुपरांत पंचम् दिवस का दोहराव प्रथम समूह द्वारा कराते हुए प्रथम सत्र का शुभारंभ किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर द्वारा जननी सुरक्षा योजना एवं जे एस एस के कार्यक्रम को समझाते हुए आशा की भूमिका पर पर चर्चा करते हुए चार समूह में योजना के लाभार्थी के लिए जरूरी कागजात, योजना से लाभ आदि पर समूह में चर्चा की गई। राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी की चर्चा करते हुए आशा की भूमिका पर विस्तार से एमसीपी चार्ट द्वारा चार समूह में बांटकर समझाया।
प्रशिक्षण में प्रशिक्षक मधु जौहरी आदि ने फील्ड विजिट कराते हुए वी.एच.एस.एन.सी., वी.एच.एन.डी., गर्भवती महिला, नवजात शिशु, कुपोषित बच्चे आदि विषयों के फॉर्म भरने और फील्ड विजिट उपरांत प्रतिभागियों के अनुभव एवं कठिनाइयों पर चर्चा करते हुए राज्य प्रशिक्षक ने विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण में प्रमुख रूप से नवीन आशा ममता, सोनी, प्रियंका, उषा कुमारी, ममता देवी, स्वर्ण लता, सपना, लक्ष्मी, आदेश बघेल, मधु देवी, कुमारी पिंकी, प्रीति, अनुपम, समता, रूवी, खुशबू शर्मा, किरण लता, सीमा, शालू यादव, पूनम, दीपिका, सुनीता, शाहरुम जहां, सपना सागर, पल्लवी, शहनाज़ जहां, धनमित्रा सहित विकास खंड बिसौली, दातागंज, जगत, आसफपुर की नवीन आशाओं ने छठे दिवस में सफलता पूर्वक प्रशिक्षण लिया। विमल कांत संपादक
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