
समीर वानखेड़े:
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात पर आज एक बार फिर भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मौजूदा हालात की जानकारी दी। भारतीय सेना के तीनों प्रमुखों की मौजूदगी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में देशवासियों को भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम, ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पर चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई। सेना प्रमुख ए.के. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई पाकिस्तानी सेना से नहीं बल्कि आतंकवादियों और चरमपंथियों से है। भारती ने शुरू में ही यह बात स्पष्ट कर दी थी। “हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ है, इसीलिए हमने सबसे पहले आतंकी ठिकानों पर हमला किया। लेकिन पाकिस्तान ने आतंकवादियों को समर्थन देना सही समझा।”
एयर मार्शल ए. के. भारती ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई को अपनी लड़ाई बना लिया है, इसलिए उन्हें जवाब देना जरूरी था।”
हमारी वायु रक्षा प्रणाली देश के लिए अभेद्य दीवार की तरह खड़ी थी। भारती ने कहा कि दुश्मन देश के लिए इस दीवार को तोड़ना असंभव है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकवादी शिविरों पर भारतीय वायु सेना के हमलों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की कुछ तस्वीरें और वीडियो भी दिखाए। किसी भी भारतीय वायु सेना अड्डे पर किसी दुश्मन देश द्वारा हमला नहीं किया गया। सभी भारतीय वायुसेना अड्डे सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वायुसेना ने किसी भी संदिग्ध वस्तु को एयरबेस तक पहुंचने नहीं दिया।
एक संवाददाता सम्मेलन में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमारे वायु रक्षा अभियान को परिप्रेक्ष्य में समझना चाहिए। पहलगाम हमला आतंकवादियों के पापों की पराकाष्ठा थी। इसलिए, हम पूरी तरह तैयार थे। तदनुसार, राजीव घई ने बताया कि हवाई हमला अभियान चलाया गया था। पाकिस्तान का ड्रोन और हथियारों का इस्तेमाल करने का प्रयास विफल हो गया। हमने शेष ड्रोनों को मार गिराया। मैं बीएसएफ जवानों की भी सराहना करूंगा। क्योंकि इस अभियान में हमारे साथ डटे रहे हमारे जवानों ने बड़ी हिम्मत से पहरा दिया और इसी वजह से पाकिस्तान की नापाक हरकतों का सफाया हो पाया। जब हौसलों बुलंद हों, तो मंजिलें भी कदम चूमती हैं.. घई ने यह कविता सुनाई।